यशवी
टुडे भास्कर डॉट कॉम
फरीदाबाद। माता-पिता की राय मानकर निजी व्यापार करने उतरे अरूण बजाज की कम्पनी आज करोड़ों का कारोबार कर रही है। लेकिन वह समाज के प्रति अपने लगाव व कारोबारी जुनून के कारण अपनी अनोखी पहचान के साथ सेवा में संलग्न हैं।
पेश है उनसे हुई मुलाकात के कुछ अंश—
अरूण बजाज बतातें हैं कि वह काम के सिलसिले में सन 1983 में फरीदाबाद आए, और 1984 में एक लाख रूपए की लागत से बिजनेस की शुरूआत की। आज उनकी कम्पनी करोड़ों का कारोबार कर रही है। वह लद्यु उद्योग भारती के जिला अध्यक्ष हैं और इस संस्था में छोटे उद्यमियों की समस्याओं का समाधान राज्य स्तर पर होता है। बजाज अपनी दिनचर्या के बारे में बताते हुए बताते हैं कि वह सुबह जल्दी उठकर योग व वॉक करना पसन्द करते हैं। अरूण बजाज मानव सेवा समिति संस्था के अध्यक्ष हैं। जिस संस्था में पहली से पांचवी कक्षा तक बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है। उन्हें समाज में खड़े होने लायक बनाया जाता है। अरूण बजाज ने बताया कि यदि कोई बच्चा आगे भी पढ़ना जारी रखना चाहता है तो हमारी संस्था उसका आगे भी पढ़ाई का भार सम्भालती है। उन्होंने सरकार से इच्छा जताते हुए कहा कि यदि बच्चों के लिए एक बिल्डिंग मिल जाए, जहां पर बच्चों को सभी सुविधाएं मिल पाएं तो और बच्चों को अच्छी शिक्षा पाने का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा कि आज लद्यु उद्योग काफी तरक्की कर रहे हैं और इन उद्योगों के माध्यम से भी कई परिवारों को काम मिल रहा है।
वह युवाओं का आहवान करते हैं कि वह अपना निजी व्यापार करने के लिए आगे आएं, हिम्मत दिखाएं, रास्ते खुलते चले जाएंगे।