इन तीन मौतों के लिए जिम्मेदार कौन?

इन तीन मौतों के लिए जिम्मेदार कौन?
faridabad mout
घटनास्थल पर जाँच करते हुए पुलिस

todaybhaskar.com
faridabad। नगर निगम के डिस्पोजल टैंक की सफाई करने के लिए उतरे तीन कर्मी मौत के आगोश में समा गए वहीं एक कर्मचारी अस्पताल में जिंदगी और मौत के साथ जूझ रहा है। इस डिस्पोजल की सफाई का काम ठेके पर है और सफाई करने वाले कर्मचारी ठेकेदार की ओर से नियुक्त किए गए थे जो बिना सुरक्षा उपकरणों के ही सफाई कर रहे थे। तीन मौत होने के बाद सफाईकर्मियों और उनके परिजनों में रोष व्याप्त हो गया और उन्होंने अस्पताल में हंगामा कर दिया जिस पर दो थानों से पुलिस बुलानी पड़ी।
जानकारी के मुताबिक सेक्टर 31 में नगर निगम का डिस्पोजल टैंक है। जिसकी सफाई व रखरखाव का ठेका गुरुग्राम के संजीव अग्रवाल को दिया है। संजीव अग्रवाल ने यहां संतोष नगर निवासी राहुल वाल्मीकि आदि कर्मचारियों को रखा हुआ है7 बुधवार दोपहर करीब डेढ़ बजे राहुल, महमूद और राकेश डिस्पोजल टैंक की सफाई करने के लिए नीचे उतरे लेकिन वहां जहरीली गैस की चपेट में आने गश खाने लगे। जिस पर महमूद और राकेश बाहर की ओर भागे। लेकिन राहुल वहीं गिर पड़ा। राहुल को फंसा देख उसके पिता अतर सिंह भी टैंक में उतर गए। लेकिन वह भी गैस की चपेट में आकर गिर गए। किसी ने पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी लेकिन इसी बीच राहुल का चचेरा भाई संतोष भी नीचे उतर गए। लेकिन वह भी बाहर नहीं आया। दमकलकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाला। तीनों को बीके सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। वहीं बेहोश महमूद और राकेश को निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। एसएचओ सराय ख्वाजा थाना इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है, परिजनों की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम के कार्यकारी अभियंता रमेश बंसल ने बताया कि उन्होंने टैंक की सफाई का काम ठेके पर दिया गया है। इसलिए सफाईकर्मियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी ठेकेदार की है। उन्होंने बताया कि एग्रीमेंट के अनुसार सुरक्षा उपकरण, ऑक्सीजन मास्क, फस्र्ट एड आदि की जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है।
वास्तव में सफाईकर्मचारियों को बिना सुरक्षा उपकरण सेफ्टी टैंकों में उतारा जाना आम है।

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