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फरीदाबाद। सेक्टर 3 रेजिडेन्ट वेलफेयर फेडरेशन के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधान सुभाष लांबा के नेतृत्व में निगम एडिशनल कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह से मिलकर सैक्टर तीन में अवैध वसूली कर रहे ? कथित ईको ग्रीन कर्मचारियों के खिलाप मुकदमा दर्ज करने की मांग की। पिछले कई दिनों से ईको ग्रीन द्वारा फरीदाबाद व सेक्टर तीन के नागरिकों से तय राशि से अधिक पैसे लेने का मुद्दा गरमाया हुआ है। सेक्टर तीन रेजिडेन्ट वेलफेयर फेडरेशन ने इस मुद्दे पर कार्यवाही करते हुए विषय को संबंधित अधिकारी के समक्ष उठाया।
फेडरेशन ने मांग कि की सबसे पहले नगर निगम द्वारा तय राशि की जानकारी दी जाए। इस पर ईको ग्रीन का काम देख रहे कार्यकारी अभियंता दीपक किंगर ने बताया कि निगम के नियमों अनुसार 100 वर्ग गज से छोटे घरों से बीस रूYपए तथा चार रूYपए जीएसटी अलग से कुल मिलाकर चौबीस रूYपए महीना वसूल कर सकते है ।
प्रधान सुभाष लांबा ने बड़े घोटाले की और इशारा करते हुए कहा कि सैक्टर तीन में 100 वर्ग गज से छोटे लगभग साढ़े आठ हजार घर है। जीएसटी लगाकर 24 रूपए हर घर से वसूलने पर 2 लाख 4 हजार रूपए वसूले जाने चाहिए। परन्तु 50 रूपए प्रति घर से लेने पर 4 लाख 21 हजार की वसूली की जा रही है। इसमें 2 लाख 21 हजार रूYपए का घोटाला अकेले सैक्टर तीन में साप तौर पर दिखाई दे रहा है। अगर पूरे शहर का हिसाब लगाया जाए तो यह राशि प्रति माह करोड़ों में होगी।
बातचीत के दौरान फेडरेशन के पदाधिकारी रतन लाल राणा, जे के सेठी और राजेंद्र भाटी ने घपला कर रहे ईको ग्रीन के कर्मचारियों और अधिकारियों के विरूYद्ध मुकदमा दर्ज कराने की मांग की तो पत्रकारों की मौजूदगी में कार्यकारी अभियंता दीपक किगर ने ईको ग्रीन का बचाव करते हुए प्रतिनिधिमंडल को ही मुकदमा दर्ज कराने की सलाह दे डालीं।
प्रधान सुभाष लांबा सचिव रतन लाल राणा ने एडिशनल कमिश्नर से मांग करते हुए कहा कि घर-घर से कूड़ा उठाने का शुल्क नागरिकों के सीवरेज पानी के बिल के साथ भेजें जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि फेडरेशन का प्रतिनिधि मंडल जल्द ही निगम कमिश्नर मो.शाईन से मिलकर उच्च स्तरीय जांच कर घोटाले की जड़ तक पहुंचने की मांग करेगा।