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desk| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार देर रात स्वीडन पहुंच गए हैं। यहां पहुंचने पर स्वीडिश प्रधानमंत्री स्टेफन लोफवेन प्रोटोकॉल तोड़कर मोदी को रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंचे और जोरदार स्वागत भी किया। प्रधानमंत्री का विदेश की जमीं पर जोरदार स्वागत कोई नई बात नहीं है। हर बार की तरह इसबार भी पीएम मोदी स्वीडन पहुंचने के बाद भारतीय समुदाय के लोगों से मिले।
इस मेल मुलाकात में सबसे खास बात यह रही की स्वीडिश पीएम ने पीएम मोदी के स्वागत में अपने ऑफिशियल ट्वीटर हैंडल पर उनके स्वागत हिंदी लिख कर किया है। @SwedishPM ट्वीटर हैंडल पर उन्होंने लिखा कि मैं मेरे प्रिय मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वीडन में हार्दिक स्वागत करता हूं। उन्होंने आगे लिखा कि मुझे विश्वास है कि ये ऐतिहासिक यात्रा जो मेरे 2016 मुंबई दौरे के बाद हो रही है, यह यादगार रहेगी और हमारे रिश्ते और भी मजबूत होंगे। उन्होंने अपने ट्वीट में सुस्वागतम भी लिखा है।
इसके बाद वह लंदन के लिए रवाना होंगे। वहां वह कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट मीटिंग (सीएचओजीएम) में हिस्सा लेंगे। बता दें कि 52 देशों के प्रतिनिधियों में से वह एकमात्र राष्ट्र प्रमुख हैं, जिन्हें द्विपक्षीय बातचीत का न्यौता दिया गया है।
ब्रिटेन के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक मोदी का ब्रिटेन में अभूतपूर्व स्वागत होगा। वह बुधवार को ब्रिटिश पीएम टेरिजा मे संग एक नहीं दो बैठक करेंगे। इसके बाद गुरुवार से शुरू हो रहे कॉमनवेल्थ सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। अधिकारियों के मुताबिक 10 डाउनिंग स्ट्रीट में मोदी और टेरिजा मे परस्पर हित, सीमा पार आतंकवाद, वीजा और प्रवासियों के मुद्दे पर चर्चा करेंगे। इसके बाद दोनों नेता लंदन के साइंस म्यूजियम जाएंगे।
जहां विज्ञान और नवाचार के पांच हजार साल नामक प्रदर्शनी देखेंगे और भारतीय मूल के व अन्य वैज्ञानिकों से रूबरू होंगे। इसके बाद दोनों देशों के बीच हुए समझौते के तहत बने नए आयुर्वेदिक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को लांच करेंगे। मोदी सम्मेलन में भाग लेने वाले एक मात्र नेता हैं, जिन्हें लिमोजिन से सफर की इजाजत है। बाकी नेता बस से यात्रा करेंगे।
ये है पीएम मोदी पूरा प्रोग्राम
स्वीडन में भारतीय राजदूत मोनिका कपिल मोहता ने बताया कि यह प्रधानमंत्री मोदी की ऐतिहासिक यात्रा है, क्योंकि भारत के पीएम 30 साल बाद स्वीडन आ रहे हैं। पहली बार स्वीडन के प्रधानमंत्री परंपरा तोड़कर नरेंद्र मोदी की अगुआई के लिए एयरपोर्ट जाएंगे। उनके द्वारा पीएम मोदी को रिसीव करना हमारे लिए गर्व की बात होगी।
पीएम मोदी 17 अप्रैल को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में वहां के पीएम से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह 18 अप्रैल को लंदन के ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में दुनियाभर के लोगों को संबोधित करेंगे। 19 और 20 अप्रैल को लंदन में कॉमनवेल्थ समिट में शामिल होंगे। वह 20 अप्रैल को ही भारत लौटते वक्त बर्लिन में रुकेंगे और चांसलर एंजेला मर्केल से मुलाकात मिलेंगे।