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Faridabad| हरियाणा रोड़वेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के 16 अक्टूबर से शुरू हुई दो दिवसीय हड़ताल को 19 अक्टूबर तक बढा दिया है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सुभाष लांबा ने दो टूक कहा कि जब तक निजीकरण का निर्णय वापस नही लिया जाएगा और एस्मा सहित सभी प्रकार की उत्पीड़न एवं दमनात्मक कार्यवाहियों को वापस नही लिया जाएगा हड़ताल जारी रहेगी।
मंगलवार से निजीकरण के खिलाफ शुरू हुई रोड़वेज कर्मचारियों की हड़ताल के कारण बसों का बुधवार को भी चक्का जाम रहा। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के बेनर तले विभिन्न विभागों के हज़ारों कर्मचारियों ने महासचिव सुभाष लांबा, जिला प्रधान अशोक कुमार, सचिव युद्धवीर सिंह खत्री, सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलबीर सिंह बालगुहेर, नानक चंद खरालियां, गुरचरण सिंह खाडियां, करतार सिंह, परमाल सिंह आदि के नेतृत्व में जीएम रोड़वेज के पुतले के साथ बल्लभगढ़ शहर में शव यात्रा निकाली। कर्मचारी नगर निगम कार्यालय में एकत्रित हुए और वहां से जीएम के पुतले के साथ प्रर्दशन करते हुए एसडीएम कार्यालय पर पहुंचे। अपने नेताओं की गिरफ्तारी से गुस्साए कर्मचारियों एसडीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रर्दशन किया और नेताओं की रिहाई की मांग की। इसके बाद कर्मचारियों ने रोड़वेज डिपो की और मार्च किया। जिसमें कर्मचारियों का गुस्सा देखते ही बन रहा था।
कर्मचारियों को भारी तादाद में तैनात पुलिस ने मेन गेट पर रोक लिया। जहां कर्मचारियों ने जीएम रोड़वेज का पुतला दहन किया गया और इसके बाद कर्मचारियों ने मेन गेट पर ही डेरा डाल दिया। सांयकाल तक कर्मचारियों का सरकार व जीएम के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहा।
कर्मचारियों को सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा व विभाग विभागों के कर्मचारियों के नेता सुभाष लाम्बा, अशोक कुमार, युद्धवीर सिंह खत्री,नानक चंद खरालियां, बलबीर सिंह बालगुहेर,गुरचरण खाडियां, सोमपाल झंझोटियां, धर्मबीर वैष्णव,राम चरण पुष्कर, खुर्शिद अहमद,सतीश कुमार,रमेश चंद तेवतियां, परमाल सिंह,डिगम्बर डागर,अतर सिंह केशवाल, गांधी सहरावत, जयसिंह गिल,कर्म चंद नागर,करतार सिंह
इनका भी मिला समर्थन:-
हड़ताली कर्मचारियों को आम आदमी पार्टी के नेता रणबीर चंदीला, किसान संधर्ष समिति,नहर पार के संयोजक सतपाल नरवत,आशा वर्कर यूनियन के की जिला प्रधान हेमलता,सचिव सुधा, सीटू के जिला प्रधान निरंतर पाराशर व उपाध्यक्ष विजय झा आदि ने हड़ताली कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए रोड़वेज में किए जा रहे निजीकरण व बातचीत की बजाय हड़ताल को दमनकारी हथकंडे अपना कर तोड़ने व नेताओं को गिरफतार करने का निन्दा की।