-होम्स डिवाइन में तीन दिवसीय साइको न्यूरोबिक्स वर्कशॉप आयोजित
देहरादून। सिग्फा सल्यूशंस संस्था की ओर से देहरादून स्थित पिरामिड डिवाइन होम्स रिसोर्ट में तीन दिवसीय साइको न्यूरोबिक्स वर्कशॉप का आयोजन किया गया। वर्कशॉप का आरंभ साइको न्यूरोबिक्स के जनक व हीलर डॉ. बीके चंद्रशेखर व वास्तु शास्त्र जानकार अनामिका सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
वर्कशॉप के प्रथम दिन डॉ. बीके चंद्रशेखर ने बताया कि किस तरह साइको न्यूरोबिक्स के माध्यम से हम अपने शरीर का बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें कैंसर की बीमारी ने जकड़ लिया था। चिकित्सकों ने जबाव दे दिया कि अब वह भगवान के भरोसे हैं। तब उन्हें आसमान की ओर से एक प्रकाश दिखाई दिया और उस प्रकाश में अवाज आई कि यह सब बीमारी आपके जीवन का एक पड़ाव है। आप अपने को स्वयं से ठीक कर सकते हैं। मैंने परमात्मा से प्रकाश लेकर अपने शरीर की हिलिंग करनी शुरू की और वह कैंसर जैसी भयानक बीमारी से निजात पा गए और आज वह अन्य लोगों को लाइलाज बीमारियों से छुटकारा दिला रहे हैं।
वर्कशॉप के दुसरे दिन डॉ. बीके चंद्रशेखर ने सभी को पानी उर्जानवित करना सिखाया। उन्होंने बताया कि आज सभी बोतल बंद पानी पी रहे हैं। जिसमें उर्जा नाममात्र की होती है। यदि हम पानी को उर्जानवित करके पीएंगे तो यह पानी दवाई के रूप में हमारे शरीर को स्वस्थ रखेगा। वहीं लोगों ने वॉटर योग भी किया। वर्कशॉप में खुशी तिवारी ने लोगों को याददाशत को तेज करने के गुर सिखाएं।
वहीं तीसरे दिन डॉ. चंद्रशेखर ने लोगों को रास, रंग, नाद के माध्यम से योग करना सिखाया। उन्होंने बताया कि रास के दौरान हाथों से विभिन्न प्रकार की मुद्राएं बनती है। मुद्रा के दौरान अंगुली के दो पोर आपस में मिल जाते हैं और शरीर के अंदर की उर्जा अंगुलियों में रूक जाती है। जिससे यह उर्जा दिमाग में जाकर दिमाग को तंदरूस्त करती है। वहीं रंग शरीर में स्थित चक्राश को हील करता है और नाद नसों को प्रफुल्लित करता है। इस तरह रास, रंग और नाद के माध्यम से शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। वर्कशॉप के तीसरे दिन न्यूरोबिक स्पा करवाया गया। इस अवसर पर रिसोर्ट के फाउंडर सतीश अग्रवाल भी मौजूद रहे।