Yashvi Goyal
फरीदाबाद। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से जूनियर सिविल इंजीनियर पद के लिए करवाई गई परीक्षा विवाद में गत गुरूवार को ब्राह्मण समाज को साधने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से एचएसएससी आयोग के चेयरमैन बीबी भारती को बर्खास्त कर दिया था लेकिन मामला शांत होने की बजाए जातिवाद का रूप लेने जा रहा है।
बताते चले कि बीबी भारती पिछड़े जाति से आते है। जो कि अब बर्खास्त हो चुके है। तो क्या अब पिछड़े जाति बीबी भारती को इंसाफ दिलाने के लिए फिर से सडक़ों पर आएगा। या इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग पिछड़े जाति रखेगा। यह फैसला अब जनात तय करेगी कि भाजपा सरकार किस तरह दोनों समाज के लोगों को आने वाले चुनावों में साधेगी। राजनितिक गलियारों में चर्चा है कि पिछड़े जाति को समाज में ऊंचा दर्जा देने के लिए इस तरह के पद दिए जाते हैं लेकिन इस तरह की कार्रवाई से भाजपा सरकार की पिछड़े जाति में किरकिरी हो रही है। क्या प्रदेश सरकार को इस मामले की जांच के लिए कोई कमेटी नियुक्त नहीं करनी चाहिए थी। सवाल तो यह भी उठ रहा है कि ब्राह्मण समाज से कदावर मंत्री ने इस कार्रवाई का खाका तैयार किया था। इस तरह की कार्रवाई का फैसला अब जनता ही करेगी।