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नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर बीजेपी में घमासान शुरू हो गया है। शुरुआत की है दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय के समर्थकों ने। भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय को विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने पर उनके सैकड़ों सर्मथकों ने आज यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर जमकर हंगामा किया। इन्हें बाद में सतीश उपाध्याय ने समझाया।
बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के लिए कल 62 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर घोषणा कर दी जिसमें उपाध्याय का नाम नहीं था। इससे नाराज उनके सर्मथकों ने प्रदेश पार्टी के मुख्यालय पर हंगामा किया और उपाध्याय के पक्ष में नारेबाजी की। प्रदेश उपाध्यक्ष शिखा राय के सर्मथक भी वहीं पहुंच गए। वे राय का टिकट काटे जाने से खासे नाराज थे। लोगों ने अमित शाह के खिलाफ भी नारेबाजी की।
उपाध्याय ने बाहर आकर प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की। इस दौरान उनके साथ धक्का मुक्की भी हुई। उपाध्याय ने कहा कि सभी कार्यर्कताओं को एकजुट होकर पार्टी को जिताने के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने कभी भी टिकट की मांग नहीं की। संसदीय बोर्ड ने मुझसे पूछा था लेकिन मैंने कहा कि मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता हूं। यह मेरा व्यक्तिगत निर्णय था।
सतीश उपाध्याय ने समर्थकों को शांत करते हुए अपील की कि पार्टी को जिताने में सहयोग करें। ये हमारी पार्टी की परंपरा नहीं है। अगर आप लोग बीजेपी के कार्यकर्ता हैं तो कोई भी विरोध प्रदर्शन न करे। हम सभी को मिलकर लड़ना है।
सतीश ने कहा कि हमें किरण बेदी के नेतृत्व में दिल्ली चुनाव लड़ना है और केजरीवाल को दिल्ली से बाहर फेंकना है। मैंने कभी भी टिकट की मांग नहीं की थी। चुनाव न लड़ने का फैसला मेरा अपना फैसला था।
उधर, टिकट ना मिलने पर जयभगवान अग्रवाल के समर्थकों ने भी दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय का घेराव किया। समर्थकों ने सतीश की कार को घेर लिया और नारेबाजी करने लगे।