-राजनीति में पहले से सक्रिय परिवार के सहयोग से बने पार्षद
-जिले की राजनीति में सॉफ्ट फेस माने जात हैं रोहित सिंगला
टुडे भास्कर डॉट कॉम
फरीदाबाद। राजनीति में आकर भी रोहित सिंगला एक नेता जैसे न दिखकर एक संस्कारी युवा जैसे नजर आते हैं। वह लोगों की बातों को ध्यान से सुनते हैं तो लोग भी उनको पूरी तवज्जो देते हैं। अपने पहले ही प्रयास में निगम पार्षद चुने जाने के बाद उनके द्वारा किए जा रहे कार्यो से लोग प्रसन्न नजर आते हैं। पेश हैं टुडे भास्कर डॉट कॉम की उनसे हुई बातचीत के कुछ अंश-
रोहित जी आप अपने बारे में हमारे पाठकों को कुछ बताएं।
मैं रोहित सिंगला, मेरा जन्म 16 अगस्त 1987 को ओल्ड़ फरीदाबाद में हुआ। मैंने अपनी स्कूली शिक्षा सेक्टर-19 स्थित आदर्श विद्या निकेतन स्कूल से करने के बाद मानव रचना कॉलेज से बी.बी.ए किया।
बीबीए करने के बाद आप राजनीति में कैसे आ गए।
बचपन से ही परिवार ने समाजसेवा के गुण सिखाए साथ ही परिवार राजनीति में भी सक्रिय था। मैं घर के बड़े लोगों के साथ मिलकर लोगों की समस्याओं को सुनता था और उनको हल करने के लिए मेहनत करता था। इसलिए सन् 2010 में जब निगम पार्षद के चुनाव हो रहे थे तो मैंने वार्ड नंबर 25 से भाग्य आजमाया तो जनता का आशीर्वाद मिल गया और आज मैं उनकी बतौर पार्षद सेवा कर रहा हूं।
तो फिर आपने वार्ड 25 में क्या क्या विकास कार्य करवाए।
मैंने वार्ड में 25 से 30 करोड़ रूपए के विकास कार्य करवाए हैं जो हर जगह दिखाई देते हैं। मैंने अपने भरसक प्रयास से लोगों को खुश रखने की कोशिश की है। अगर मेरे क्षेत्र में विकास को लेकर सर्वे किया जाए तो यह वार्ड नंबर वन की पॉजिशन पर नजर आएगा।
कुछ ऐसे विशेष काम जिनके बारे में आप बताना चाहें।
जी हां, बिल्कुल। सबसे पहले मैंने वार्ड में पीने के पानी की व्यवस्था को लेकर 20 बड़े ट्यूबवेल, 40 मिनी ट्यूबवेल, फरीद पार्क में बूस्टर लगवाए। वहीं सभी मुख्य सड़कों व गलियों को आरएमसी का बनवाया। सेक्टर-17 में स्वर्गीय चौधरी रणवीर हुड्डा पार्क बनवाकर वार्ड के लोगों को पार्क की सुविधा दी, जिसमें कनौपी व डस्टबीन आदि व्यवस्थित करवाए। सड़कों पर चार सौ के करीब स्ट्रीट लाइट लगवाई। इसके अलावा वार्ड के लोगों को जिन सुविधाओं की जरूरत थी उन्हें भी पूरा करवाने की कोशिश की।
आप अपने वार्ड की जनता को क्या संदेश देंगे।
मैं वार्ड की जनता से यही अपील करता हूं कि वार्ड को सुन्दर और स्वच्छ बनाने में अपनी भागीदारी निभाएं। मेरी जहां जरूरत है मैं उनके साथ हूं।