-लगातार बढ़ रहे अपराधों के कारण उठने लगी थीं अंगुलियां
Yashvi Goyal
faridabad। पुलिस आयुक्त डॉ. हनीफ कुरैशी का तबादला हो ही गया। माना जा रहा है कि चलती कार में हुआ गैंगरेप उनके तबादले की आखिरी वजह बना। वैसे उनके कार्यकाल में अपराध बढ़ रहे थे, यह सभी मानते हैं।
लेकिन हरियाणा में जिस प्रकार एक के बाद एक तीन शहरों में गैंगरेप और बच्चियों के साथ शर्मसार घटनाएं हुईं उसके बाद सरकार को नींद से जागना पड़ा और फरीदाबाद पुलिस आयुक्त डॉ. हनीफ कुरैशी भी इसी प्रक्रिया में तबादला ले बैठे। लोगों के अनुसार जब महिलाओं की अस्मिता से सरेराह खेला जा रहा था तो कमिश्नर साहब फोन बंद कर त्यौहार बनाने में व्यस्त रहते थे। उन्होंने न ही सरकार की सुनी और न ही प्रशासन की। कमिश्नर साहब पर तो बड़े मंत्री जी की सीधी कृपा हो रही थी। पुलिस के नाम पर चैरेटी कार्यक्रम करवाना, जुमले बाजी तो हो रही थी लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से हर बार पुलिस की नाकामी देखने को मिलती थी।
सूत्रों ने यह भी बताया कि कमिश्नर साबह की शिकायत तो सब के पास थी लेकिन हर बार मंत्री के कहने पर उनका तबादला रोक दिया जाता था।
पत्रकार मारपीट मामले में भी लगे थे कमिश्नर पर आरोप
दीवाली के मौके पर पत्रकार के साथ मारपीट मामले में लापरवाही का आरोप भी कमिश्नर पर लगा था। रिपोर्ट तो यह थी कि पत्रकार ने कमिश्नर को फोन तो किया था लेकिन जनाब त्यौहार बनाने में जनता के बारे में भी सोचना भूल गए।
अपराधों की नगरी बन चुका है शहर
अब यह किसी से छुपा नहीं है कि भाजपा सरकार के राज में शहर अपराध की नगरी बन चुका है। हालात यह हो गए हैं कि सत्ता पक्ष के पार्षद तक ने शहर को अपराध की नगरी और पुलिस गूंगी बहरी साबित कर दिया था।