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new delhi: लॉन्च होने के साथ ही रामदेव के पतंजलि का आटा नूडल्स विवाद में घिर गया है। पतंजलि नूडल्स ने भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण यानी FSSAI से मंज़ूरी नहीं ली है, जबकि नूडल्स के पैकेट पर FSSAI का लाइसेंस नंबर लिखा हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक कंपनी की ओर से अब तक मंज़ूरी के लिए आवेदन भी नहीं दिया गया है। FSSAI के अध्यक्ष आशीष बहुगुणा ने बताया है कि वो इसकी जांच कर रहे हैं, उन्होंने कोई मंज़ूरी नहीं दी है।
इधर, रामदेव ने FSSAI के दावे को गलत ठहराया है। पतंजलि की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उनके पास नूडल्स बनाने का लाइसेंस है। वहीं, इस बारे में जब रामदेव के प्रवक्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस बारे में अभी जानकारी नहीं है और वो बाद में कुछ स्पष्टीकरण दे सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि बीते सोमवार को ही योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद ने ‘पौष्टिक’ इंस्टैंट नूडल पेश किया है, जो नेस्ले के मैगी ब्रांड से मुकाबला करेगा। नेस्ले का यह उत्पाद भी भारतीय बाजार में पांच महीने के प्रतिबंध के बाद पिछले सप्ताह फिर पेश किया गया।
अपने उत्पादों की मांग पूरी करने के लिए पतंजलि साल भर के अंदर पांच नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिटों की स्थापना करने की तैयारी में है, जो दिल्ली-एनसीआर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में स्थापित की जाएंगी।
रामदेव ने इस दौरान कहा था कि ‘दिसंबर के अंत तक हमारा नूडल 10 लाख दुकानों में आएगा। हम अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा रहे हैं।’ हालांकि उन्होंने नए संयंत्रों की स्थापना में होने वाले निवेश का ब्योरा नहीं दिया था। पतंजलि ने 70 ग्राम के आटा नूडल की कीमत 15 रुपये रखी है और दावा किया गया है कि यह प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले सस्ता है।