Yashvi Goyal
फरीदाबाद। साइको न्यूरोबिक्स में (हाई बीपी)उच्चरक्त चाप रोग का इलाज संभव है। साइको न्यूरोबिक्स के जनक इंटरनेशनल हीलर डॉ. बीके चंद्रशेखर का कहना है कि बदलती जीवन शैली एवं भागदौड़ भरी जिंदगी के दौर में आज हर पांचवा व्यक्ति उच्चरक्त चाप जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। उच्चरक्त चाप का समय पर इलाज न करवाने के कारण रोगी को हृदय संबंधित गंभीर बीमारी भी घेर लेती है। जिसके चलते रोगी को जिंदगी भर दवाईयों पर निर्भर रहना पड़ता है। यदि आप भी उच्चरक्त चाप रोग से पीडि़त है और दवाईयां खाकर थक चुके हैं तो साइको न्यूरोबिक्स में न केवल इसका इलाज संभव है बल्कि यह रोग जड़ से भी समाप्त होता है। डॉ. चंद्रशेखर के अनुसार अपान वायु मुद्रा एवं अन्य सरल विधियों के इस्तेमाल से उच्चरक्त चाप का इलाज संभव है।
#मुद्रा को करने की विधि
इंटरनेशनल हीलर साइको न्यूरोबिक्स डॉ. बीके चंद्रशेखर ने बताया कि अपान वायु मुद्रा को करने के लिए तर्जनी ऊंगली को अंगुठे के नीचे दबाएं, फिर मध्यिमका एवं अनामिका के पोरों को अंगुठे के पोर से मिलाकर ध्यान अवस्था में बैठ जाये।
अभ्यास करने के लिए कल्पना करें कि आसमान की ओर से आपके ऊपर हरे रंग की किरणें पड़ रही है और यह किरणें हृदय में समा रही है। आपका हृदय रंग से भर गया है। श्वास छोड़ते समय अपने हृदय से घृणा और ईष्र्या रूपी काला धुआं बाहर आने की कल्पना करें। ऐसा करने से हृदय चक्र खुल जाता है। प्रतिदिन कम से कम 15 मिनट इस प्रक्रिया को दोहराएं। डॉ. चंद्रशेखकर का कहना है कि उच्चरक्त चाप रोगी चिंता, क्रोध, ईष्या, शोक, भय, मानसिक तनाव पैदा करने वाले कार्यों से बचें। चर्बी और कोलेस्ट्रोल बढ़ाने वाला भोजन न करें। इस अभ्यास को करने के दौरान रोगी सात्विक एवं हल्के आहार का ही सेवन करें।
अधिक जानकारी के लिए आप डा बीके चंद्रशेखरजी से सिगफा सॉल्यूशंस, बी-845, गेट नंबर चार,ग्रीनफील्ड कॉलोनी, फरीदाबाद पर शिवशंकर जी से मोबाइल नंबर 9213361561 पर समय लेकर मिल सकते हैं।