Yashvi Goyal
Faridabad| अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर समाज में अनेक विषयों पर चर्चाएं होंगी। हमने आधी आबादी से आने वाली उन महिलाओं से बात की जो स्वयं को साबित करने के बाद अब समाज को सक्षम बनाने में जुटी हैं।
डॉ. बी आर अंबेडकर एजुकेशन सोसाइटी के अंतर्गत चलाए जा रहे महिला कौशल विकास केंद्र की निदेशिका एवं पूर्व प्रशासनिक अधिकारी निर्मल धामा समाज में जरूरतमंदों युवतियों को स्वालंबी बनाने का काम कर रही है। निर्मल धामा का कहना है कि महिलाओं को दया की नहीं बल्कि अपने पैरों पर खड़े होने की जरूरत है। इसलिए वह सोसायटी के अंतर्गत जरूरतमंद युवतियों को सिलाई-कढ़ाई, कंप्युटर शिक्षा, ब्यूटीशन कोर्स एवं पर्सन्लटी डेवलेपमेंट का प्रशिक्षण देती है। जिससे युवतियां अपने पैरों पर खड़े होकर स्वालंबी बन रही है।