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Faridabad| जीवा आयुर्वेद द्वारा जीवाग्राम-ए सेन्टर ऑफ वेलविइंग में ‘‘सोलफुल लिविंग व कम्प्लीट हेल्थ‘‘ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर प्रजापिता ब्रह्यकुमारी संस्थान से जुड़ी आध्यात्मिक पथ प्रदर्शक व विचारक सिस्टर बीके शिवानी व जीवा आयुर्वेद के डायरेक्टर व विश्वप्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ0 प्रताप चौहान आमन्त्रित थे।
जीवा आयुर्वेद के प्रेसिडेन्ट ऋषिपाल चौहान व जीवा पब्लिक स्कूल की चेयरपर्सन चंद्रलता चौहान ने शॉल व स्मृति चिंह भेंट कर सिस्टर बीके शिवानी का अभिनन्दन किया। इस कार्यक्रम में शहर के कई प्रतिष्ठित लोग जिनमें एचएस राणा, पुष्पेन्द्र चौहान, रजत मेहता, राजेन्द्र सूद, एचएस मलिक, एसएस गोसांई, डीके लूथरा, सज्जन कुमार जैन, उपस्थित थे।
प्रार्थना के साथ कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए जीवा आयुर्वेद के डायरेक्टर मधुसूदन चौहान ने विषय का महत्त्व समझाया। डॉ0 चौहान ने कंपलीट हेल्थ के बारे में बताते हुए कहा है कि किस प्रकार आयुर्वेद द्वारा शरीरिक-मानसिक-आध्यात्मिक स्तर पर निरोगी व प्रसन्न रहा जा सकता है। आयुर्वेद द्वारा स्वयं की प्रकृति को जानकर आहार-विहार व रहन-सहन में बदलाव करना स्वस्थ रहने का प्रमुख आधार है जो रोगों से बचने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सिस्टर बीके शिवानी ने आत्मा के स्वाभाविक गुणों को बताते हुए कहा कि प्रसन्न रहने के लिए बाहरी कारणों व लोगों पर निर्भर रहने के स्थान पर खुशी के शाश्वत स्रोत आत्मा को किस प्रकार महसूस करें व दूसरों के साथ व्यवहार करते हुए क्या ध्यान रखें। चर्चा जारी रखते हुए उन्होंने ने बताया कि मनुष्य किस प्रकार आत्मा को भूलकर सांसारिक पहचान के आधार पर जीवन यापन करता हुए दु:खी बना रहता है।
कार्यक्रम के समापन से पहले जीवाग्राम की विशेषताओं के बारे में सभी अतिथियों को जानकारी दी गई। इस सेन्टर में आयुर्वेद औषधियों से उपचार के साथ ही पंचकर्म चिकित्सा, योग, मर्म चिकित्सा, ध्यान, संगीत व स्वरुचि के अनुसार कई प्रकार के हस्तशिल्प की सुविधा मौजूद है। व्यक्ति यहाँ प्राकृतिक-स्वच्छ-सात्विक वातावरण में रहकर सात्विक भोजन के साथ सम्पूर्ण स्वास्थ्य को प्राप्त कर सकता है।