छोटी सरकार का एक साल, वार्ड 30 में हिचकोले खा रहे लोग

छोटी सरकार का एक साल, वार्ड 30 में हिचकोले खा रहे लोग
ward 30,

Yashvi Goyal 
-ओल्ड फरीदाबाद के मुख्य मार्ग से रोज हजारों लोग टूटी सडक़ों पर ऊंट की सवारी को मजबूर
फरीदाबाद। नगर निगम फरीदाबाद के पार्षदों का चुनाव हुए एक वर्ष बीत गया लेकिन वार्ड नंबर 30 में लोग अब भी ऊंट की सवारी करने को मजबूर हैं। मतलब साफ है कि सडक़ें टूटी पड़ी हैं और क्या पैदल
क्या वाहन सवार, सभी ऊबड़ खाबड़ सडक़ों पर गुजरते हुए यही पूछ रहे हैं क क्या यही अच्छे दिन आने थे। छोटी सरकार का एक साल पूरा होने पर टुडे भास्कर संवाददाता यशवी गोयल ने वार्ड 30 का जायजा लिया।
वार्ड 30 में रहने वाले लोगों का कहना है कि यहां कोई ऐसा काम नहीं किया जा रहा है जिसे बताया जा सके। यहां की सडक़ें टूटी हुई हैं। वहीं हाइवे इस पार सबसे बड़े बाजार में ओल्ड फरीदाबाद में रोज हजारों लोग गुजरते हैं, लेकिन सडक़ें टूटी होने से अकसर उन्हें सरकना पड़ता है। जिससे जाम की स्थिति बन जाती है। इससे निपटने के लिए कोई काम नहीं किया जा रहा।

उद्योग मंत्री के चहेते पार्षद का वार्ड
इस वार्ड की खासियत यही है कि यह उद्योग मंत्री विपुल गोयल के विधानसभा में आता है और पार्षद सुभाष आहूजा केंद्रीय राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद कृष्णपाल गुर्जर के चहेते हैं। मंत्रीजी ने सुुभाष आहूजा के चुनाव में जनता सेे बड़े-बड़े वायदे किए थे और पीएम मोदी की तर्ज पर अच्छे दिन लाने के वादे किए थे लेकिन चुनाव में जीतने के बाद जनता मीठे पानी तक को तरस रही है। जनता का कहना है कि वह पार्षद और विकास कार्य दोनों को देखने के लिए तरस गए हैं।
सडक़ों का है बुरा हाल
वार्ड 30 में सबसे ज्यादा बुरा हाल टूटी सडक़ों का है। यहां से गुजरने वाले लोगों को कमर में दर्द की समस्या बन चुकी है। वार्ड के हालात यह हंै कि लोगों को अभी तक पूर्व पार्षद रोहित सिंगला के किए हुए काम तो याद हैं लेकिन सुभाष आहूजा की तो लोगों को शक्ल भी याद नहीं है।
लोगों के हिसाब से यहां सफाई व्यवस्था का भी कोई खास ध्यान नहीं रखा जा रहा है। बाहरी रोड तो बना दी गई हैं लेकिन अंदर की गलियों में पार्षद साहब झांकते तक नहीं है।

लोगों की जुबानी, सुनिए कहानी
-सेक्टर-19 निवासी सूरज का कहना है कि पूर्व पार्षद ने अपने कार्यकाल में यह रोड दो बार बनवा दी थी लेकिन इस बार तो पार्षद साहब यहां ध्यान तक नहीं देते हैं।
-अहीरवाडा निवासी ओमवती का कहना है कि वार्ड में सबसे ज्यादा परेशानी पानी की है। यहां पीने का पानी नसीब नहीं होता है।

पूर्व पार्षद रोहित सिंगला का कहना है कि वार्ड में कोई काम नहीं किए जा रहे हैं। जो काम मेरे कार्यकाल में हुए थे, उन्हीं का बखान किया जा रहा है। पार्कों के सौंदर्यकरण के नाम पर पुरानी ईंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है। पार्षद ने वार्ड में मीठा पानी लाने का वायदा किया था, लेकिन एक साल बीतने पर भी कोई योजना तक नहीं तैयार की गई है।

वार्ड 30 में भरपूर विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। सेक्टर-19 की रोड का टेंडर पास हो चुका है। बहुत जल्द यहां आरएमसी रोड बनने का काम शुरू हो जाएगा।
-सुभाष आहुजा, पार्षद, वार्ड 30

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