-ज्योतिषीय दोषों को विधि अनुसार दूर करने से आती है जीवन में सुख और शांति
Yashvi Goyal
फरीदाबाद। अक्सर देखने व सुनने में आता है कि अभिभावक अपनी बेटी के विवाह में आ रहे विघ्नों से परेशान हो चुके हैं। उनकी बेटी का विवाह नहीं हो पा रहा है। यह चिंता जब और भी बढ़ जाती है जब बेटी की उम्र लगातार बढ़ती जा रही हो और तब भी उसके लिए कोई अच्छा रिश्ता नहीं मिल रहा हो।
कई बार बेटी के लिए अच्छा रिश्ता आता भी है तो उसमें ऐसे विघ्न आते हैं कि वह रिश्ता जुड़ ही नहीं पाता है। लगातार रिश्ते टूटने पर अभिभावक चिंताओं से घिर जाते हैं और वह अपनी बेटी की किस्तम को दोष देने लगते हैं, लेकिन ऐसे अभिभावकों की चिंता को दूर करने के लिए मशहूर ज्योतिषाचार्य डॉ. पंकज त्रिपाठी ने कुछ उपाय बताए हैं। जिन उपायों का इस्तेमाल कर अभिभावकों की सारी चिंता खत्म होने लगेंगी और उनकी कन्या के लिए रिश्ता अच्छे घर से चलकर आएगा और उनकी बेटी भी अपने दांपत्य जीवन में सुखी रहेगी।
ज्योतिषाचार्य डॉ. पंकज त्रिपाठी ने बताया जिन कन्याओं के विवाह में विघ्न बहुत ज्यादा आ रहे हैं उन्हें मॉ कात्यायनी देवी की आराधना करनी चाहिए। मां कात्यायनी देवी की आराधना करने से मनवांछित वर प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। वहीं मां कात्यायनी देवी की आराधना से जीवन के रोग-दोष भी दूर हो जाते हैं।
मां कात्यायनी देवी को प्रसन्न करने की विधि
ज्योतिषाचार्य डॉ. पंकज त्रिपाठी ने बताया कि कन्या सुबह नहा-धोकर एक लाल रंग के कपड़े पर मां कात्यायनी देवी की प्रतिमा सामने रखें और मां को उनका मनपसंद शहद का भोग लगाकर लाल टीका और लाल रंग की चुनरी ओढाएं।
अब मां कात्यायनी देवी के सामने बैठकर रोजाना (कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरि! नंदगोपसुतम् देवि पतिम् मे कुरुते नम:। ) इस मंत्र का जाप दिन में 100 बार करें। कम से कम तीन माह तक इस मंत्र का जाप कन्या करें। जन्म-जन्मांतर के पापों को विनष्ट करने के लिए माँ की शरणागत होकर उनकी पूजा-उपासना के लिए तत्पर होना चाहिए। डॉ. पंकज त्रिपाठी ने कहा कि इस मंत्र का जाप करने के दौरान कन्या शुद्ध शाकाहारी भोजन का सेवन ही करें। साथ ही रोजाना सूर्य देवता को जल चढ़ाने से भी लाभ होगा।