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Desk| अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा (एबीवीजीएम) के द्वारा रामपुरा में बैठक का आयोजन किया गया । इस अवसर राष्ट्रीय संरक्षक नरेंद्र गुर्जर ने बताया कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से इतने वर्षो से चले आ रहे विवाद का समाधान हो गया है । इसके लिए सारा श्रेय पुरातत्व विभाग के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक के के मुहम्मद को जाता है जिन्होंने सत्यता को प्रमाणों के साथ दुनिया के सामने रखा। ऐ बी पी न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में के के मुहम्मद ने बताया कि ये मंदिर 12 वी शताब्दी में गुर्जर प्रतिहार राजवंश के द्वारा बनवाया गया था। उनके इस कार्य के लिए सरकार को उनको भारत रतन देना चाहिए ।
बताते चले कि के के मुहम्मद विवादित जमीन की खुदाई में शामिल थे के के मोहम्मद, 1976 में पहली बार शुरू हुई थी विवादित जमीन की खुदाई जिसकी जाँच में उन्होंने पाया था कि जिस पीलर पर मस्जिद खड़ी थी, वह मंदिर के पीलर थे, उन्होंने खुलासा किया कि यह वहीं विष्णु का मंदिर है, जिसने बाली को मारा था और बाली को भगवान राम ने ही मारा था| उस दौरान केके मोहम्मद बहुत चर्चाओं में रहे थे|