अंतर्राष्ट्रीय तम्बाकू दिवस पर विशेष

अंतर्राष्ट्रीय तम्बाकू दिवस पर विशेष
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ब्रह्माकुमारी पूनम वर्मा

टुडे भास्कर डॉट कॉम 

प्रस्तुति—ब्रह्माकुमारी पूनम वर्मा
शरीर में किसी भी प्रकार का व्यसन लेना अर्थात शरीर कोकूड़ादान बनाना है क्यूंकि कूड़ादान में हम गन्दगी हीडालते हैं| यह शरीर प्रभु अमानत है इसलिए इसे मंदिर कीतरह हमें संभाल कर रखना है.मंदिर में हम कभी भी तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट जैसी चीज़ें नहीं चढ़ाते| मंदिर की शुद्धता और वातावरण का पूरा ध्यान रखा जाता है| लेकिन आज मनुष्य इस शरीर रूपी मंदिर में कचरा भर रहा है| और तो और इस गन्दगी से होने वाले नुकसान को जानते हुए भी मनुष्य इसके वशीभूत है| अक्सर वह यह कहकर अपने तर्क को साबित करता है कि वह इन सबका सेवन तनाव, थकान, चिंता, भय आदि को भुलाने व दूरकरने के लिए करते है| परन्तु तम्बाकू सेवन से एक भी फायदा शारीरिक रूप से नहीं होता। जितना पैसा वह इनसबके सेवन में खर्च करता है उससे अधिक पैसा वह इनसेहोने वाली बीमारीयों के इलाज में गँवा देता है। जबकि वह यह पैसा किसी सार्थक काम में लगा सकता है जैसे वहकोई व्यापार शुरू कर सकता है या अपने परिवार के भले के लिए कहीं पर भी यह पूंजी लगा सकता है।
धन के नुकसान के अलावा वह बौद्धिक रूप से भी कमज़ोरहो जाता है। सही-गलत सोचने की क्षमता, एकाग्रता कीशक्ति, स्मरण शक्ति यह सब वह धीरे धीरे खोने लगता है। सिगरेट पीने वाला व्यक्ति वातावरण को भी नुकसान पहुंचाता है क्यूंकि बीड़ी, सिगरेट से निकलने वाले धुंए से विभिन्न प्रकार की ज़हरीली गैस वयुमण्डल में फैलती हैं जिससे वायु प्रदुषण फैलता है। यह ज़हरीली वायु आस पास के व्यक्तियों को भी प्रभावित करती है और उनमे भी शारीरिक बीमारियां उत्पन्न होने का खतरा बढ़ जाता है। यह शरीर एक प्रभु अमानत है यदि हम इसकी कदर नहीं करेंगे तो यह भी हमारी कदर नहीं करेगा। इसलिए इस शरीर की कदर करना सीखिये। स्वयं का राजा बनिए न कि व्यसनों का गुलाम क्यूंकि 6 फुट का शरीर 6 इंच की सिगरेट का गुलाम है। यह 6 इंच की सिगरेट आपकी सुन्दर ज़िन्दगी का ढांचा ख़राब कर रही  है। आज आप इसको पी रहे हैं कल यह आपको पी जाएगी। कुसंग से स्वयं को बचाइये। याद रखिये कुसंगी दोस्त गन्दी आदत डालने में आपका भरपूर साथ देंगे लेकिन तम्बाकू से उत्पन्न होने वाली बीमारी के समय साथ देना तो दूर बल्कि दूर -दूर तक नज़र भी नहीं आएंगे।
हिसाब निकालिये यदि आप 50 रुपये भी प्रतिदिन बीड़ी, सिगरेट पर कर्च कर रहे हैं तो महीने के 1500 रुपये और साल के 18000 रुपये, इन पैसों से तो आप न केवल अपने परिवार के लिए अच्छी  चीज़ खरीद सकते हैं, बल्कि अपने जीवन स्तर को भी ऊँचा उठा सकते हैं। धन की शक्ति को नष्ट न कर इसका उपयोग कीजिये।
तो आज के दिन यह संकल्प करें कि मुझे स्वयं पर विजय प्राप्त करनी है। इस जीवन को 6  इंच की मामूली चीज़ कागुलाम मत बनाइये और इस अमूल्य जीवन को नष्ट होने से बचाइये।

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