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faridabad। आयरलैंड और वेल्स जसे देशों में एक प्राचीन पर्व समारोह मनाया जाता था, जिसे हैलोवीन डे के नाम से आजकल हर साल 31 अक्टूबर को यूरोपियन देशों में मनाते है। यह उनके लिए आध्यत्मिक नववर्ष का आरंभ माना जाता है। और सुखद भविष्य की कामना के लिए बच्चों द्वारा तरह-तरह के डरावने मुखौटे लगाकर दुसरों को डराना और आनंद मनाना जसे कार्यक्रम किए जाते है।
हॉमर्टन ग्रामर स्कूल के बच्चों ने ड़रावने प्राणियों का रूप बनाकर तरह-तरह की आवाजें निकालीं और संवाद बोले और अपनी प्रस्तुती से सभी मंत्रमुग्ध कर दिया। सभी बच्चों ने कार्यक्रम का पूरा आनंद उठाया और अपना आत्मविश्वास बढाया। अंत में सभी के सुखद भविष्य की कामना की।