ऑनलाइन सर्वे से सुधर रहे सरकारी अस्पताल

ऑनलाइन सर्वे से सुधर रहे सरकारी अस्पताल
mera asptal
मेरा अस्पताल वेबसाइट का होमपेज।

-सरकारी पोर्टल मेरा अस्पताल पर अपनी राय दे रहे फरीदाबाद के लोग  
-अस्पताल प्रबंधन का दावा, शिकायतों के हिसाब से किए जा रहे हैं सुधार
Yashvi Goyal
Faridabad। केंद्र सरकार की ई तकनीकों का असर लोगों पर दिखाई देने लगा है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा स्थापित मेरा अस्प्ताल वेबसाइट पर लोग अपने स्थानीय अस्पताल के बारे में फीडबैक दे रहे हैं और अस्पताल प्रबंधन भी समस्याओं को सुलझाने का दावा कर रहा है।
केंद्रीय मंत्रालय ने सरकारी अस्प्तालों में आने वालों की समस्याओं को जानने के लिए meraaspataal.nhp.gov.in पोर्टल की स्थापना की है। सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को इस पोर्टल द्वारा एक मैसेज भेजा जाता है। जिसमें अस्पताल की सुविधाओं से संतुष्टता अथवा असंतुष्टता के बारे में पूछा जाता है। इसका असर सरकारी अस्पतालों में अधिकारियों की लापरवाही पर लगाम लगाना है। मेरा अस्पताल वेबसाइट पर अब तक 14 लाख 78 हजार 076 लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। जिसमें से 75 प्रतिशत लोग सरकारी अस्पतालों में मिलने वाले इलाज से संतुष्ट हैं लेकिन 25 प्रतिशत लोग नाखुश हैं। इसके अलावा लोग खुद भी मेरा अस्पताल ऐप को डाउनलोड कर अपनी फीडबैक दे सकते हैं और पहले से दी गई फीडबैक में बदलाव भी कर सकते हैं।

#जिला बीके अस्पताल में फीडबैक के तहत सुधार
जिला बीके अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि फीडबैक मिलने से कई प्रकार के सुधार कार्य किए गए हैं। हाई रिस्क प्रेग्नेंसी योजना भी इसी के तहत शुरू की गई। जिसमें उ”ा रक्तचाप, थायराइड एवं खून की कमी जैसी समस्याओं से ग्रस्त गर्भवती महिलाओं के कार्ड पर अब हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की मोहर लगाई जा रही है। इस मोहर लगे कार्ड वाली गर्भवती को अन्य के मुकाबले प्राथमिकता दी जा रही है। जिससे ज”ाा ब”ाा दोनों का रिस्क कम हुआ है। डॉ. बीना शर्मा ने बताया कि जिस भी गर्भवती के कार्ड पर यह मोहर लगाई जाती है। उसको लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ता है और उसका काम सबसे पहले किया जाता है।

#क्यों बनी है मेरा अस्पताल वेबसाइट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ई तकनीक को बढ़ावा देने के उद्देश्य के तहत इस वेबसाइट की शुरूआत की गई थी, ताकि सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों से फीडबैक लिया जा सके और उस फीडबैक के आधार पर समस्याओं को हल किया जा सके। हालांकि यह फीडबैक केवल अस्पताल आने के सात दिनों के अंदर ही दी जा सकती है।

#आंकड़े
कुल फीडबैक कुल अस्पताल संतुष्ट असंतुष्ट
1478076 1075 1132477 345599

हाई रिस्क प्रेगनेंसी लिखा कार्ड दिखाती मरीज हेमलता
पीएमओ सुखबीर सिंह

#क्या कहते हैं अधिकारी
जिला सिविल अस्पताल के पीएमओ डा सुखबीर सिंह का कहना है कि बीके अस्पताल आने वाले मरीजों को एक एसएमएस भेजकर फीडबैक लिया जाता है और उस फीडबेक में मरीजों से अस्पताल में मिलने वाले इलाज के बारे में जानकारी ली जाती है।
  

 

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