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faridabad| फरीदाबाद को स्मार्टसिटी बनाए जाने का स्वागत करने वाले लोग अब स्मार्टसिटी की स्टाईल को लेकर सरकार के खिलाफ लामबंद होने लगे हैं। इनका आरोप है कि प्रशासन फरीदाबाद को स्मार्टसिटी बनाने के नाम पर इस क्षेत्र को टुकडों में बांटने का काम कर रहा है। फरीदाबाद नगर निगम के निवर्तमान वरिष्ठ उपमहापौर मुकेश शर्मा व उपमहापौर राजेन्द्र भामला ने आरोप लगाया है कि सरकार फरीदाबाद में उन क्षेत्रों को स्मार्ट करने का नाटक करने जा रही है कि जो कि पहले से ही सुविधायुक्त हैं। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि सरकार को स्मार्टसिटी के रुप में स्लम क्षेत्र या फिर कच्ची कालोनियों नहीं दिखाई दीं जिनको वास्तव में विकसित किया जाना चाहिए।
आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि आज सरकार स्मार्टसिटी के नाम पर मात्र लीपापोती कर रही है। उनका कहना है कि आज सरकार सेक्टर 21 जैसे पॉस क्षेत्र को स्मार्टसिटी बनाने का प्रोजेक्ट निगम से मंगा कर छूटी वाहवाही लूट रही है, जबकी यह क्षेत्र तो पहले से ही स्मार्ट है, यहां पर हर सुविधा है, उन्होंने कहा कि यदि भाजपा सरकार फरीदाबाद के प्रति गंभीर है तो उनको चाहिए कि फरीदाबाद के स्लम तथा मान्यता प्राप्त कालोनियों को इस अभियान में शामिल कर यहां के लिए योजनाएं बनाएं।
निवर्तमान वरिष्ठ उपमहापौर मुके श शर्मा व उपमहापौर राजेन्द्र भामला ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार की जवाहर लाल नेहरु शहरी नवीनीकरण मिशन का नाम स्मार्टसिटी के रुप में बदला साथ ही जे एन एन यू आर एम जो फायदा गरीब आदमी को दे रही थी उसको भी हटा कर इस योजना को मात्र धनाढय वर्ग की योजना बना कर छोड दिया है। उन का कहना है कि वह इस फरीदाबाद को क्षेत्रों में नहीं बंटने देगें और इसका विरोध करेंगें तथा उनकी मांग है कि सरकार पूरे शहर का समान विकास करे इसके लिए पूरे फरीदाबाद को स्मार्टसिटी के रुप में विकसित किया जाए न कि एक क्षेत्र विशेष को।जो कि देश के प्रधानमंत्री का नारा भी है। उनके अनुसार भाजपा नेताओं को अपनी कथनी करनी में अंतर को समाप्त करना चाहिए।
निवर्तमान वरिष्ठ उपमहापौर मुके श शर्मा व उपमहापौर राजेन्द्र भामला ने कहा कि आज एक तरफ पूरे शहर में गंदगी के ढेर लगे हैं, कालोनियों में से पानी निकासी तक की व्यवस्था नहीं हैं, सीवर का पानी सडकों पर बह रहा है, आवारा पशुओं से आम नागरिक सुरक्षित नहीं है, ऐसे में सरकार एक क्षेत्र विशेष को सुविधा देकर खुद को श्रेष्ठ घोषित करने में लगी है सत्ताधारी नेताओं को यह सोचना चाहिए कि जो वोट एक सेक्टर के रहने वाले ने उनको दिया है वैसा ही वोट एक गरीब झुज्गी व कालोनी में रहने वालों ने भी दिया है फिर उनके साथ सरकार अन्याय क्यों कर रही है यह जबाव सत्ताधारी नेताओं को देना पडेगा।
निवर्तमान वरिष्ठ उपमहापौर मुकेश शर्मा व उपमहापौर राजेन्द्र भामला ने फरीदाबाद के राजनेताओं से अपील की है कि वह जातिगत राजनीति से उपर उठ कर सरकार की इस भेदभावपूर्ण नीति के खिलाफ शहर हित में आवाज उठाएं। उनका मानना है कि यदि आज सर कार के इस अन्याय पर नेता व विधायक चुप रहे तो क्षेत्र की जनता उनको कभी माफ नहीं करेगी।