-परिवर्तन रैली के सेक्टर 16 अनाज मंडी फरीदाबाद में स्वागत जनसभा में बोले कांग्रेस महासचिव एवं हरियाणा प्रभारी गुलाम नबी आजाद
-पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने भी दी आयोजक लखन कुमार सिंगला को बधाई
Todaybhaskar.com
फरीदाबाद। ईवीएम में गड़बड़ है साथियो। जब तक हाथ निशान वाली पर्ची न निकले, तब तक ईवीएम मत छोडऩा। यह बात कांग्रेस महासचिव एवं हरियाणा कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने सेक्टर 16अनाज मंडी में आयोजित जनसभा में कही। इस जनसभा का आयोजन एचपीसीसी सदस्य लखन कुमार सिंगला ने किया था।
जनसभा में सुबह नौ बजे से बैठे हजारों लोगों की भीड़ से गदगद आजाद ने कहा कि लखन तुम्हारी भीड़ भी तुम्हारे साइज जैसी ही है। जिस पर भीड़ ने जोरदार तालियों से उनका स्वागत किया। वास्तव में आजाद का इशारा भारी संख्याबल की ओर था। आजाद ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने झूठ के सहारे लोगों को बहकाकर वोट लिए और ईवीएम में भी गड़बड़ की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने कोई जगह नहीं छोड़ी जहां चोरी के रास्ते न निकाल लिए हों। इन्होंने फाइल चोरी की, वोट चोरी किए, जनता की गाढ़ी कमाई चोरी की और चंद उद्योगपतियों को जनता का पैसा सौंप दिया। आने वाले चुनावों में जनता इनसे बदला लेने के लिए तैयार रहे।
इस अवसर पर पूर्व सीएम एवं प्रदेश कोर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आयोजक लखन कुमार सिंगला को मंच पर ही आशीर्वाद एवं बधाइयां दीं। उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल से देश व राज्य का विकास रुक गया है। अब जनता ही इस विकास के पहिए को चलवाएगी। उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में एक है और जनता की लड़ाई लडऩे के लिए मैदान पर है। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर ने भी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह कांग्रेस का गढ़ है। यहां से एक बार फिर कांग्रेस की जीत का परचम फहराएगा। आयोजक लखन कुमार सिंगला ने कहा कि मेरे राजनैतिक गुरु पूर्व एवं भविष्य के सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा कहते हैं कि धरती पर जनता की जनार्दन होती है। इसलिए अब यह जनता भाजपा के कुशासन से मुक्ति पाने के लिए अपना कदम उठा चुकी है और आने वाले चुनावों में पहले देश और फिर हरियाणा में कांग्रेस की सरकार होगी।
यहां पहुंचे परिवर्तन रथ में जयवीर वाल्मीकि, चौ महेंद्र प्रताप, कैप्टन अजय यादव आदि कोर्डिनेशन कमेटी सदस्य भी प्रमुखता से मौजूद रहे।