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समाजसेवी अन्ना हजारे ने भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ धरना शुरू कर दिया है. दिल्ली के जंतर-मंतर पर बिल के खिलाफ अन्ना हजारे सोमवार से दो दिन के धरने पर बैठ चुके हैं. अन्ना हजारे ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अध्यादेश की जरूरत नहीं थी, सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है. मैं किसानों के पक्ष में आवाज उठाऊंगा.
अन्ना हजारे ने कहा कि किसानों की मर्जी के बिना सरकार कैसे उनकी जमीन ले सकती है. ऐसे में सरकार और अंग्रेजों में क्या फर्क रह गया. मैं कभी कैमरे के आगे नहीं गया. कैमरे के आगे जाने से काम नहीं होगा. काम करने से काम होगा. मैंने शहीदों को अपने दिल से जोड़ा है. देश और समाज की सेवा करते हुए मरूंगा. अन्ना हजारे के साथ धरने में समाजसेवी मेधा पाटकर भी पहुंची हैं.
दरअसल, अन्ना ने जंतर-मंतर धरने का आगाज शुक्रवार को ही पलवल से किसान अधिकार चेतावनी सत्याग्रह पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर कर दिया था. ये पदयात्रा सोमवार को दिल्ली पहुंची. अन्ना के मुताबिक अगले तीन चार महीने तक किसानों को जगाने का काम जारी रहेगा. दिल्ली में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद अन्ना हजारे का यहां ये पहला प्रदर्शन है. उम्मीद की जा रही है कि इसमें आप नेता भी शामिल हो सकते हैं.
संसद के बजट सत्र में भूमि अधिग्रहण कानून मोदी सरकार के लिए मुसीबत का सबब बन सकती है क्योंकि अन्ना ही नहीं ज्यादातर पार्टी भी कानून के मौजूदा स्वरूप के खिलाफ हैं.