कटे हुए बिजली कनेक्शन जोडऩे, खराब मीटर बदलने एवं चोरी का मामला बनाने से छूट दी जयेगी  

कटे हुए बिजली कनेक्शन जोडऩे, खराब मीटर बदलने एवं चोरी का मामला...
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Todaybhaskar.com
चंडीगढ़| दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने ‘म्हारा गाव जगमग गांव योजना’ की तर्ज पर दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत आने वाले गांवों में सरचार्ज माफी योजना शुरू करने, उपभोक्ताओं के कटे हुए कनेक्शन दोबारा जोडऩे तथा खराब मीटर बदलने के मामले में चोरी का मामला बनाने से छूट देने का फैसला किया है।
निगम के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत आने वाले गांवों में चलाई जा रही गतिविधियां म्हारा गांव जगमग गांव योजना के समान हैं।
उन्होंने बताया कि उपभोक्ता को मूल राशि एकमुश्त या आगामी 6 बिलों के साथ देय अधिकतम छह समान द्वि-मासिक किस्तों में जमा करवाने की अनुमति होगी। यदि उपभोक्ता एकमुश्त राशि का भुगतान करने का विकल्प चुनता है तो आंकी गई मूल राशि पर पांच प्रतिशत की अतिरिक्त छूट की अनुमति दी जाएगी। योजना को चुनने की तारीख या महीने में सरचार्ज राशि स्थिर हो जाएगी। एक वर्ष के बाद अर्थात, छह बिलों के भुगतान पर स्थिर सरचार्ज राशि की 40 प्रतिशत राशि माफ हो जाएगी। स्थिर सरचार्ज राशि की अन्य 30 प्रतिशत राशि वर्ष के दौरान बिलों के पूर्ण भुगतान पर दूसरे वर्ष के अंत में माफ हो जाएगी और स्थिर सरचार्ज की शेष राशि वर्ष के दौरान बिलों के पूर्ण भुगतान पर तीसरे वर्ष के अंत में माफ़ हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि यदि उपभोक्ता योजना का चयन करने के बाद तीन लगातार बिलों के भुगतान में चूक करता है तो स्थिर सरचार्ज बहाल हो जाएगा। यदि पहले वर्ष के दौरान चूक होती है तो गैर-माफी सरचार्ज राशि का शत-प्रतिशत, यदि दूसरे वर्ष के दौरान चूक होती है तो स्थिर सरचार्ज राशि का 60 प्रतिशत और यदि तीसरे वर्ष के दौरान चूक होती है तो स्थिर सरचार्ज राशि का 30 प्रतिशत बहाल हो जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि उपभोक्ता के कटे हुए कनेक्शन के मामले में पुन: कनेक्शन आरसीओ शुल्क अर्थात घरेलू कनेक्शन के लिए 100 रुपये और गैर-घरेलू श्रेणी के लिए 200 रुपये वसूलने के बाद, इसे नया कनेक्शन न मान कर पहली किस्त के भुगतान पर किया जाएगा बशर्ते कटा हुआ कनेक्शन छह महीने के अंदर हो। छ: माह से पुराने डिस्कनेक्शन के मामले में उपभोक्ता को नया उपभोक्ता माना जाएगा। उन्होंने बताया कि एकमुश्त उपाय के तौर पर दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत बदले जाने वाले खराब मीटरों की जांच एम एंड टी लैब से करवाने की आवश्यकता नहीं होगी।

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