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फरीदाबाद। हरियाणा के बरवाला में रामपाल आश्रम के बाहर मीडियाकर्मियों पर पुलिसिया अत्याचार की सिटी प्रेस क्लब फरीदाबाद ने कड़ी निंदा की है। क्लब की आपात बैठक में जुटे मीडियाकर्मियों ने कहा कि बरवाला में पत्रकारों पर हुआ हमला लोकतंत्र की आवाज दबाने जैसा प्रयास है। जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
सिटी प्रेस क्लब फरीदाबाद के अध्यक्ष बिजेंद्र बंसल ने कहा कि बरवाला में पत्रकारों पर जिस प्रकार हमला किया गया और उनके कैमरे आदि तोड़े गए हैं, उससे समस्त मीडिया जगत आहत है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के किसी भी कृत्य को लोकतांत्रिक प्रणाली और मानवीय पहलू में सही नहीं ठहराया जा सकता है। इसकी क्लब पूरी तरह से निंदा करता है और बरवाला में अपने साथियों के साथ खड़ा है।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार राकेश चौरासिया ने कहा कि बुधवार को जिला उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर पत्रकारों पर हुए हमले और अत्याचार की कड़ी जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी। इसके बाद 20 नवंबर को शहर के सभी मीडियाकर्मी काले बिल्ले लगाकर एक मौन जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शित करेंगे। इस बैठक में साथियों ने कहा कि प्रशासन को कोई व्यवस्था बनानी थी तो उसके लिए मीडियाकर्मियों को विश्वास में लिया जा सकता था, वहीं बरवाला के साथियों के दमन के खिलाफ हम सभी एकजुट हैं।
बैठक में वरिष्ठ पत्रकार राजेश शर्मा, पी एस माटा, सचिन गौड़, अनिल जैन, अनिल अरोड़ा, शकुन रघुवंशी, पुष्पेंद्र राजपूत, सौरव भारद्वाज, नरेश नरूला, मनोज कुमार आदि भी मौजूद थे। इस मामले की वरिष्ठ पत्रकार साथियों नवीन धमीजा, उत्तमराज, सूरजमल, सरोज अग्रवाल, गुलाब सिंह, परीक्षित रत्न, धीरेंद्र राजपूत, दीपक गौतम आदि ने भी कड़ी भत्र्सना की है।