गौरव चौधरी की धुआंधार बल्लेबाजी व ईमरान की घातक गेंदबाजी ने जिताया मैच
todaybhaskar.com
faridabad| फोटो जर्नलिस्ट गौरव चौधरी की धुआंधार बल्लेबाजी व इमरान खान की घातक गेंदबाजी के चलते आज सिटी प्रैस क्लब की क्रिकेट टीम ने रोटरी क्लब के साथ हुए मैच में शानदार तरीके से विजय प्राप्त की। सिटी प्रैस क्लब ने टॉस जीत कर रोटरी क्लब को पहले बल्लेबाजी करने का न्यौता दिया। निर्धारित 20 ओवरों में रोटरी क्लब ने 142 रनों का स्कोर सिटी प्रैस क्रिकेट क्लब को दिया।
इमरान, पंकज सिंह, नरेन्द्र शर्मा, नरेश नरूला व एतेशाम ने गेंदबाजी करते हुए रोटरी क्लब के सभी खिलाडिय़ों को ऑन आऊट कर दिया। इमरान ने 5 विकेट लेकर टीम को एक मजबूती दिलाई। सिटी प्रैस क्रिकेट क्लब की शुरूआत काफी खराब रही। क्लब के बेहतरीन खिलाडी पंकज मिश्रा आज अपनी बल्लेबाजी का जादू नहीं दिखा सके। इस विकट परिस्थिति में गौरव चौधरी ने अपनी मजबूत बल्लेबाजी के दम पर टीम के लिए अच्छा स्कोर खड़ा कर दिया । इमरान ने उनका साथ देते हुए लडखाती बल्लेबाजी को सहारा दिया। सिटी क्लब के धमेन्द्र कौशिक, इमरान, पंकज सिंह एवं सचिन गौड़ ने गौरव चौधरी का पूरा सहयोग देते हुए उन्हें पिच पर स्थापित रखा और गौरव चौधरी ने 4 छक्कों और 5 चौक्कों की मदद से टीम को 83 रनों का स्कोर देकर विजयश्री प्रदान की। सिटी प्रैस क्लब की टीम ने यह मैच 19वें ओवर में ही अपनी झोली में डाल लिया। इस मौके पर मुख्य रूप से उपस्थित सिटी प्रैस क्लब के प्रधान एवं कप्तान बिजेन्द्र बंसल, टीम मैनेजर संजय कपूर, गेलेयिन इण्डस्ट्री के डायरेक्टर राजेश मीणा, एचआर डायरेक्टर प्रियंका मीणा, डायरेक्टर कमर्शियल सुरेश वर्मा समाजसेविका इन्द्रा वर्मा, अर्जुन वर्मा, रवि दत्त शर्मा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
मीणा ने विजेता व उपविजेता टीम को ट्राफी देते हुए उनकी हौंसला अफजाई की। कार्यक्रम के मुख्यअतिथि श्री मीणा ने कहा कि खेल को खेल की भावना से खेलना चाहिए। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी वही होता है जो कि खेल में अपनी कमियों को सुधारे ना कि विजेता टीम से द्वेष भावना रखे। इस अवसर पर इनेलो के बीसी सैल के अध्यक्ष सुरेश वर्मा ने भी टीम को अपने सम्बोधन में मुबारकबाद दी। अंत में सिटी प्रैस क्लब के प्रधान एवं कप्तान बिजेन्द्र बंसल ने दोनों टीमों को शुभकामनाएं दी एवं कहा कि खेल में हार और जीत दो ही पहलू होते है, इसीलिए हारने वाली टीम को इस बात का द्वेष नहीं रखना चाहिए कि वह हारा क्यों, बल्कि उसे इस बात पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए कि वह किन कमियों के कारण हारा है।