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चंडीगढ़| हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में कैंसर के उपचार के लिए पहला राजकीय कैंसर केयर सेंटर अंबाला छावनी के सिविल अस्पताल में स्थापित होगा और इसके निर्माण से प्रदेश के आस-पास के क्षेत्रों के 50 लाख से अधिक लोगों को कैंसर उपचार की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
यह जानकारी आज उन्होंने अंबाला छावनी में 56 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले कैंसर केयर सेंटर की आधारशिला रखने के दौरान दी। उन्होंने निर्माण एजेंसी को इस सेंटर का कार्य फरवरी, 2019 तक पूरा करने के आदेश देते हुए कहा कि यह सेंटर बनने से अम्बाला छावनी को उत्तर भारत के नक्शे पर विशेष पहचान हासिल होगी। चार मंजिला इस अस्पताल भवन का निर्माण स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के उपक्रम एचएलएल द्वारा किया जाएगा और आज से ही एजेंसी द्वारा निर्माण आरम्भ कर दिया गया है। इस कैंसर केयर सेंटर में कैंसर के सभी प्रकार के मरीजों के उपचार और देखभाल की सुविधा उपलब्ध होगी, जिसमें कैमिकल, रेडियोग्राफी और सर्जरी इत्यादि की सुविधाएं शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने पर्यावरण की मांग के अनुरूप बनने वाले इस अस्पताल में सौर ऊर्जा के प्रयोग के साथ-साथ ऊर्जा संरक्षण के सभी मापदंड अपनाने के भी निर्देश दिए हैं।
श्री विज ने कहा कि कैंसर रोग तेजी से बढ़ रहा है और इस समय देश में कैंसर के रोगियों की संख्या 25 लाख है और इनमें 7 लाख मरीज प्रतिवर्ष जुड़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में प्रतिवर्ष कैंसर रोग के कारण 5.56 लाख लोगों की मृत्यु होती है। निजी क्षेत्र में इसका इलाज बहुत मंहगा होने के कारण आम व्यक्ति इलाज नही करवा पाता और पीजीआई में अत्याधिक भीड़ होने के कारण मरीजों को इलाज में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि उनके अनुरोध पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्ढा ने अम्बाला छावनी के लिए इस परियोजना को स्वीकृति प्रदान की थी और इसका शिलान्यास भी वे स्वंय करना चाहते थे लेकिन लोकसभा सत्र में व्यस्त होने के कारण ऐसा संभव नही हो पाया। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस परियोजना का उद्घाटन केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्ढा की मौजूदगी में किया जाएगा।
श्री विज ने कहा कि अम्बाला छावनी में स्वास्थ्य सेवाओं की लम्बे समय तक उपेक्षा होती रही है और अब वर्तमान सरकार द्वारा 50 करोड़ रुपए की लागत से सभी आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं से युक्त देश का सबसे बेहतर अस्पताल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल को न केवल हरियाणा के अन्य जिलों के लोग देखने आते हैं बल्कि सिंगापुर से विदेशी चिकित्सकों का दल भी इस अस्पताल का भ्रमण करके यहां उपलब्ध करवाई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की सराहना कर चुका है। इससे पूर्व जम्मू-कश्मीर, पंजाब और अन्य क्षेत्रों के प्रतिनिधिमंडल भी अस्पताल का निरीक्षण कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में सभी बीमारियों के विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ-साथ कैथ लैब, डायलिसिस, सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत के राजकीय अस्पतालों में कैथ लैब की सुविधा सबसे पहले अम्बाला में उपलब्ध करवाई गई है और अम्बाला के अलावा पंचकूला, गुरूग्राम और फरीदाबाद में भी यह सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। एक वर्ष तक अध्ययन करने के बाद प्रदेश के सभी जिलों में कैथ लैब स्थापित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि अम्बाला छावनी कैथ लैब में अब तक हृदय रोग से पीडि़त एक हजार से अधिक मरीजों को स्टंैट डाले जा चुके हैं।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव राजा शेखर वुंदरु, उपायुक्त श्रीमती शरणदीप कौर बराड़ सहित बड़ी संख्या में अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।