todaybhaskar.com
faridabad| चिकित्सा क्षेत्र में अग्रणी मैट्रो अस्पताल के डाक्टरों ने एक 24 वर्षीय इंजीनियर की सफल ब्रेन व बाईपास सर्जरद्ग करके उसे नया जीवन प्रदान किया है। इतनद्ग कम उम्र में हृदय व ब्रेन की पूरे भारत में की गई यह पहली सफल सर्जरी है। जिस समय उसे अस्पताल लाया गया, वह छाती में तीळ्र दर्द और भारीपन की शिकायत कर रहा था, ईसीजी तथा खून की जांच करने पर असामान्यता पायी गई, इसलिये उसकी हृदय की एन्जियोग्राफद्ग की गई।
एन्जियोग्राफद्ग के नतीजे चस्नैकाने वाले थे। इस यड्ढवक की तीनों रक्त वाहिनियों में गम्भीर ब्लॉक्स थे साथ ही लेफ्ट मेन्यू में भी 90 प्रतिशत से अधिक ब्लॉक्स था। इसके अतिरिक्त दिमाग की दोनो वाकिहकाओं जिन्हें इंटरनल कंट्रोल आर्टी बोलते है में भी गम्भीर ब्लॉक्स थे।
इस प्रकार के मरीजों के लिए बाईपास सर्जरी सबसे उपयुक्त इलाज है क्योंकि हृदय की तीनों नसों तथा दिमाग की नस में भी ब्लॉक्स थे। इस यड्ढवक का बाईपास तथा ब्रेन की नस का एंडारर्टी सफलतापूर्वक किया गया। अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा$ मितेश शर्मा ने बताया कि बाईपास ग्राफ्ट के लिये दोनो ओर की इंटरनल मैमरी आटीज़् का इस्तेमाल किया गया जाद्वकि लम्बे समय तक इस यड्ढवक को रोग मुक्त जीवन देगी। सजद्र्गकल टीम द्वारा दोनों ओर की नस जाद्वडकर किस्कप ग्राफ्ट बनाया गया और फिर इसके दोनो लिम्बस से टोटल आर्टियल बाईपास कर दिया गया जिससे तीनों ब्लॉक्स को खोल दिया गया। इसके साथ ही दिमाग की धमनद्ग के ब्लस्नॅक को भी हटा दिया गया। धमनद्ग के ग्राफ्ट की आयु वेनोअस ग्राफ्ट से ज्यादा होती है इसलिए ये युवा लोगों में अधिक उपयुक्त है। डा$ शर्मा ने बताया कि 24 वर्षीय मरीज में कंप्लीट आर्टियल ग्राफ्टिंग एवड्ड कैरिओटिड आर्टि सर्जरी भारत में पहली बार की गई है।
अस्पताल के निदेशक एवं वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. एस.एस. बंसल ने बताया कि मरीज का सिर्फ एक ही रिक्स फैक्टर था कि उसके शरीर में वसस्न की मात्रस्न की अधिकता थी इसके अंतर्गत उसका कोलेस्ट्राल तथा एलडीएल (खराब वसा) की मात्रा सामान्य सद्व काफी अधिक थी। इसके चलते उसे इतनद्ग कम उम्र में हृदय की खतरनाक बीमारी हो गई। डा. एस.एस. बंसल ने बताया कि हृदय रोग एक एपीडेकिमक की तरह भारत में फैल रहा है और दुर्भाग्यवश युवा पीढ़द्ग को अपना शिकार बना रहा है। अपनी जीवन शैली में परिवर्तन लाकर इस महामारी से बचना बहुत जरूरी है। खाने में परहेज, जंक फूड खाने से बचाव, नियमित व्यायाम, वजन में गिरावट, रक्त चाप तथा मधुमेह का नियन्त्रण जैसी चीजों को अमल में लाकर हम अपनी युवा पीढद्ग को अच्छा स्वास्थ्य की सौगात दे सकते है। उन्होंने सफल सर्जरी पर अस्पताल की टीम को बधाई देते हुए कहा कि मैट्रो अस्पताल भविष्य में भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देनद्व के लिए लोगों को कृतसंकल्पित रहेगा और आधुकिनक तकनीक से लोगों की बेहतर चिकित्सय देखभाल करेगा।