गुर्जंर को एक लाख 35 हजार 184 वोट मिला है। उन्हें इससे भी अधिक वोट मिलेगा ये कहना है तिगांव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी राजेश नागर का उन्होंने कहा कि गिनती में भले ही ये विधानसभा सबसे अंतिम हो लेकिन वोटो में तिगांव विधानसभा सबसे अव्वल (आगे) साबित होगी। श्री
नागर ने 14 अक्टूबर को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा में पहुंचने का निमंत्रण भी 84 पाल के लोगों को दिया।
राजेश नागर ने मंगलवार को गांव बहादुरपुर, कौराली,
मंधावली, भैंसरावली, महमूदपुर, अलीपुर सहित 84 पाल के गांवों में पहुंच कर लोगों से आशीर्वाद लिया और सभा को स बोधित करते हुए कहा कि देश में मोदी की और प्रदेश में मनोहर लाल की लहर चल रही है जिस तरह से
देश में प्रधानमंत्री मोदी की प्रचंड बहुमत से सरकार बनी है उसी तरह हरियाणा में मनोहर लाला की दोबारा से प्रचंड बहुमत से सरकार बनेगी। उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि आप लोगों को किसी के भी बहकावे में नहीं आना है और तिगांव में कमल के फूल का बटन दबा कर रिकार्ड वोट से जीत दिलानी हैं। ताकि पूरे हरियाणा में मेरे साथ-साथ तिगांव विधानसभा के लोगों का भी मान बढ़े। श्री नागर ने कहा कि देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा प्रदेश को मु यमंत्री मनोहर लाल खट्टर
ने विकास के साथ-साथ सामाजिक बदलाव और मजबूत प्रशासनिक व्यवस्था को रफ्तार दी है। उन्होंने कहा कि जनता के विकास के लिए आने वाला पैसा
पहले नेताओं और उनके चहेतों की जेब में जाता था, लेकिन अब यह पैसा सीधा
लाभार्थी तक पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि तिगांव विधानसभा में काफी विकास हुआ है लेकिन जब यहां पर भाजपा का विधायक होगा तो विकास और
भी तेजी से होगा इस लिए इस बार कोई गलती नहीं करनी हैं साथ ही श्री नागर ने कहा की 14 अक्टूबर को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा में भारी
सं या में लोग पहुंच कर उनके ओजस्वी विचार सुने देश को पहली बार इतने यशस्वी प्रधानमंत्री मिले हैं जिसने दुश्मन देश के छक्के छुड़ा दिए हैं।
इस मौके पर उनके साथ पूर्व विधायक आनन्द शर्मा, भैंसरावली गांव के सरपंच भूदत्त, अशोक सरपंच मंधावली, रामपाल गौड़, सुरेन्द्र बोहरा सरपंच कौराली, अशोक सरपंच रायपुर, पूर्व पार्षद राजेश तवंर, किशन ठाकुर, सुरजीत अधाना, मान सिंह सरपंच ौंसरावली,
कृष्ण सरपंच भैंसरावली, डा. कर्मवीर भुआपुर, मोह मद जावेद, सतबीर सरपंव बहादुरपुर, अशोक शर्मा, महावीर सरपंच महमूदपुर, धन्नी सरपंच महमूदपुर, सहित 84 पाल की सरदारी मौजूद थी।