टुडे भास्कर डॉट कॉम
अतिरिक्त मुखय सचिव रामनिवास सुबह करीब दस बजे बीके अस्पताल पहुंचे। उन्होंने इमरजेंसी, 102 एंबुलेंस सेवाओं का जायजा लिया। अधिकािरयों से इसके बारे जानकारी ली। इसके बाद अल्ट्रासाउंड रूम का दौरा किया। इसमें उन्हें बताया गया कि एक मशीन नवंबर 2013 से खराब है। इसकी मर मत के लिए करीब सवा पांच लाख रुपए का एस्टीमेट बना है, जो पास होने के लिए भेजा गया है। उन्होंने दोबारा एस्टीमेट मांगा। ओपीडी का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने ओपीडी की छत पर टूटी हुई टाइलों को लेकर अधिकािरयों को झडक़ाया और संबंधित ठेकेदार से तुरंत इसे सही करवाने को कहा। इसके बाद वह तीसरी मंजिल स्थित पीएमओ कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने जिले की स्वास्थ्य सेवाओं खास कर जिले में चल रही मातृ-शिशु मृत्यु दर, ग्रामीण-शहरी स्वास्थ्य योजनाओं को लेकर सभी स्वास्थ्य अधिकािरयों के साथ बैठक ली। योजनाओं की समीक्षा की। जिले की मातृ मृत्युदर में इजाफे पर उन्होंने चिंता जताई। इस पर उन्होंने बेहतर ढंग से काम करने के निर्देश दिए।
टीकाकरण कार्यक्रम पर जोर
अतिरिक्त मुखय सचिव रामनिवास ने जिले में टीकाकरण अभियान को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए हैं। इसमें उन्होंने एनजीओ व ग्राम पंचायतों की टीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाने पर जोर दिया। इसे लेकर उन्होंने एसडीएम महावीर प्रसाद को निर्देश दिए कि जिले के सभी गांवों के सरपंच के साथ बैठक कर टीकाकरण, प्रसव व अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों की जागरुकता को बढ़ावा देने में मदद लें। शहरी इलाकों में इस कार्य में समाज सेवी संस्थाओं को सहयोग लेने व गांव में पंचायतों के सहयोग से स्वास्थ्य योजनाओं को प्रभावी बनाने पर जोर दिया।