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Faridabad| नीमका जिला जेल में आजीवान कारावास की सजा काट रहे बंदी तरुण बैंसला की बुधवार को हुई मौत पर मृतक के परिजनों ने डिप्टी जेलर पर यातना देने का आरोप लगाया है| परिजनों का दावा है कि जेल काट रहे तरुण से पैसों की डिमांड की जाती थी और पैसे न देने पर तरुण को थर्ड डिग्री टॉर्चर किया जाता था| इसी कारण उसकी मौत हुई है|
मृतक के भाई मनीष बैंसला का कहना है कि जेल प्रशासन तरुण की मौत का कारण ह्रदय आघात बता रहे हैं जबकि तरुण बीमार नहीं था। मनीष बैंसला ने कहा कि तरुण पेरोल पर आया था और पूर्ण रूप से स्वस्थ था| परिजनों ने बताया कि 23 अगस्त को तरुण पेरोल ख़त्म होने के बाद जेल गया उस समय भी वह पूरी तरह से स्वस्थ था।
परिजनों का आरोप है कि मृतक तरुण के शरीर पर मारपीट के निशान हैं। परिजनों का दावा है कि तरुण को बांधकर मारा गया है।
परिजनों का कहना है कि डिप्टी जेलर ने तरुण से एक लाख रूपये मांगे थे और न देने पर उन्हें बांधकर बुरी तरह से टार्चर किया गया जिससे तरुण ने दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि तरुण की मौत नहीं उसका मर्डर हुआ है|
परिजनों ने हरियाणा के डीजीपी से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए ताकि तरुण और उसके परिजनों को न्याय मिल सके|