-सारेगामापा फेम योगांदा निभाएंगी माता सीता का किरदार
Yashvi Goyal
फरीदाबाद। नारी सशक्तिकरण का संदेश देने के लिए श्री श्रद्धा रामलीला कमेटी सेक्टर-15 की ओर से आयोजित रामलीला में शहर की बेटियां मंच के माध्यम से अपना हुनर दिखाएंगी। जी टीवी चैनल पर प्रसारित सारेगामापा, इंडियन आइडल, दा वाइस ऑफ इंडिया में अपने सुरों का जादु बिखेर चुकी सैनिक कॉलोनी निवासी योगांदा वशिष्ठ रामलीला में सीता का किरदार निभाने जा रही है। योगांदा ने बताया वह पिछले पांच साल से श्री श्रद्धा रामलीला कमेटी से जुड़ी हुई है और पिछले दो साल से वह रामलीला में सीता का किरदार निभा रही है। योगांदा वशिष्ठ लेडी श्रीराम कॉलेज से पॉलटिक्ल साइंस से ग्रेजुएशन कर रही है। उन्होंने बताया कि रामलीला मंच के माध्यम से उन्हें भगवान श्रीराम को करीब से जानने का मौका मिलता है। उन्होंने कीा कि पहले रामलीला में सिर्फ पुरुष किरदार निभाते थे लेकिन श्री श्रद्धा ने आधी आबादी को मंच पर आने का मौका दिया। आज इस मंच से 10 से ज्यादा लड़कियां जुडक़र अपने अभिनय निखार रही है।
#अराध्य श्रीराम के बारे में जानने को मिलता है
जेपनिस भाषा ट्रेनर एण्ड मेकअप आर्टिस्ट तान्या भाटिया ने बताया कि उन्हें अच्छा लगता कि वह रामलीला में ज्ञानवती एवं कोशल्या का किरदार निभा रही है। वह पिछले नौ साल से श्री श्रद्धा रामलीला के मंच से जुड़ी हुई है। तान्या ने कहा कि रामलीला मात्र एक अभिनय करना ही नहीं बल्कि इसके माध्यम से हमें अपनी संस्कृति, अपने अराध्य श्रीराम एवं इस दुनिया के बारे में भी बहुत कुछ सीखने को मिलता है। इस रामलीला से जुड़े हुए बुजुर्ग युवाओं को संस्कृति से जोडऩे के लिए रामलीला का आयोजन करते हैं। वह हमारे माध्यम से आने वाली पीढि़ को मर्यादा पुरुषोत्तम राम के बारे में बताना चाहते हैं।
#रामलीला में लगता है आधुनिकता का तडक़ा
जीएमटी ट्रेनर एण्ड अध्यापक मोनिक भाटिया ने बताया कि वह पिछले आठ साल से श्री श्रद्धा रामलीला कमेटी के मंच से जुड़ी हुई है। इस बार वह केकई एवं सुपंखा का किरदार निभाने जा रही है। मोनिक ने कहा कि यहां हमें भगवान श्री राम जी से जुड़ी हुई हर छोटी-छोटी बात की जानकारी मिलती है। वहीं शहर में यह रामलीला एक अकेला ऐसा मंच है जहां लड़किया किरदार निभाती है। रामलीला में आधुनिकता का ऐसा तडक़ा लगाया जाता है कि भारी मात्रा में युवा रामलीला को देखने आते हैं।
#मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जैसा मर्यादावान बनने की मिलती है सीख
रूशाली ग्रोवर ने बताया कि वह पेशे से कथक नृत्यांगना है और ग्रेजुएशन कर रही है। वह पिछले तीन साल से रामलीला से जुड़ी हुई है। वह पार्वती, आहिल्या और सुमित्रा का किरदार निभाती है। रूशाली ने बताया कि रामलीला मंचन समाप्त होने के बाद रोज हमारे बुजुर्ग हमें भगवान श्री राम से जुड़ी हुई कुछ बात बताते हैं। वहीं मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जैसा मर्यादावान एवं माता सीता जैसी सहनशीलता सीखाते हैं। ताकि हम आने वाली पीढि़ को इस रामलीला की खासियत के बारे में बता सकें।