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faridabad| मानव सेवा समिति की कार्यकारिणी की एक बैठक समिति के सेक्टर-10 स्थित कार्यालय मानव भवन में अध्यक्ष पवन गुन्ता की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें जरूरतमंदों की सहायतार्थ और अधिक सेवा कार्य शुरू करने व सेवा प्रकल्प खोलने का निर्णय लिया गया।
लिए गए निर्णय के अनुसार समिति की 17वीं वर्षगांठ पर 26 जनवरी को विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन सेक्टर-10 स्थित मानव भवन में आयोजित किया जाएगा जिसमें रोटरी कल्ब फरीदाबाद इण्डस्ट्रीयल टाउन, एनआइटी, संस्कार व भारत विकास परिषद संस्कार षाखा सहित अन्य संस्थाओं का भी सहयोग लिया जायेगा। समिति ने सभी रक्तदान प्रेमियों से 26 जनवरी को इस कैम्प में रक्तदान करने की अपील की है।
बैठक में लिये गये अन्य निर्णय के अनुसार 2016 में चार रक्तदान शिविर, चार स्वास्थ्य जांच शिविर, एम्स के सहयोग से आंखों की जांच व आप्रेशन का कैम्प व बालिग जोड़े मिलने पर बसंत पंचमी 12 फरवरी को जरूरतमंद कन्याओं का सामूहिक विवाह आयोजित करने व समिति द्वारा संचालित ‘मिशन मानव आईआईटी कोचिंग’ का विस्तार व इसे मजबूत बनाने का भी निर्णय लिया गया। समिति के महासचिव कैलाश शर्मा ने बताया कि समिति प्रत्येक माह जरूरतमंदों की सहायतार्थ कम से कम एक सेवा कार्य अवश्य करती है। जनवरी 2015 से दिसंबर 2015 तक समिति द्वारा 16 सेवा कार्य व कार्यक्रम जरूरतमंदों की सहायतार्थ आयोजित किए गए। 2016 में भी इससे अधिक सेवा कार्य व कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। समिति के अध्यक्ष पवन गुन्ता व चेयरमैन अरुण बजाज ने बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों को मंच द्वारा आयोजित किए जाने वाले सभी सेवा कार्यों में पहले से भी ज्यादा पूर्ण सहयोग देने का आहवान किया।
उन्होंने बताया कि समिति की सभी सदस्यों की वार्षिक आमसभा 21 फरवरी 2016 को राजस्थान भवन में आयोजित की जाएगी। बैठक में उपस्थित पदाधिकारी सुरेन्द्र जग्गा, अरुण आहूजा, रोशन लाल बोरड़, बांकेलाल सितोनी, एस$सी$ गोयल, बी$आर$ सिंगला, संदीप टीबरीवाल, वाई के माहेष्वरी, सुनीता बंसल, सदींप राठी, संघमित्रा कौषिक, विशणु खाटूवाला, महेष अग्रवाल, सीमा मंगला, बाबू राम गुन्ता, बृजमोहन पालीवाल, पी डी गर्ग, एम$के$ बंसल, सूबे सिंह, राजकिशोर गुन्ता, बलराम गर्ग आदि ने समिति के सभी सेवा कार्यों में तन मन धन सेे पूर्ण सहयोग देने का आष्वासन दिया। बैठक के बाद पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले में षहीद हूये जांबाज जवानों को 2 मिनट का मोन रखकर श्रृद्घाजंलि प्रदान की गई।