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faridabad| हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंदिर श्री बांके बिहारी नम्बर-5 में गोर्वधन पूजा का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर मंदिर में गोर्वधन महाराज की विशाल प्रतिमा बनाकर उसका पूरे विधि विधान से आचार्य संतोष जी महाराज द्वारा पूजन कराया गया।
इस मौके पर मुख्य यजमान मंदिर के प्रधान ललित गोस्वामी एवं उनकी धर्मपत्नी मीनाक्षी गोस्वामी थे।
इस अवसर पर महिला मंडल की भजन कीर्तिन मण्डली द्वारा ऐसा समा बांधा गया जिससे श्रृद्वालओं को ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो वे मथुरा वृदांवन में हो। गोर्वधन महाराज की पूजा के बाद वहां उपस्थित सभी भक्तों ने गोर्वधन जी की सात-2 परिक्रमा लगाई और उसके प्रश्चात आरती हुई फिर अन्नकूट का विशाल भण्डारा हुआ जिसमें कढ़ी,चावल,पूरी,खीर तथा सभी प्रकार की हरी सब्जियों को मिलाकर प्रसाद बनाकर श्रृद्वालुओं में वितरित किया गया।
इस मौके पर मंदिर के प्रधान ललित गोस्वामी ने कहा कि अन्नकूट की प्रथा तब से है जब इन्द्र देवता ने वर्षा कर के कहर बरसाया था तब चारों और हाहाकार मच गई थी और चारों और जलमग्रन हो गया था तभी भगवान श्रीकृष्ण ने गोर्वधन पर्वत उंगली पर उठा लिया था सभी गांव के लोग उस पर्वत के नीचे आ गए थे, गांव वाले गोर्वधन पर्वत के नीचे आने से पहले अपने घर से अपने साथ साग, सब्जी,नमक,मिर्च भी लेकर आए थे तब सभी गांव वालों ने सबकुछ मिलाकर जो सब्जी बनाई थी और अपना जीवन बचाया था। इस मौके पर सभा के सरपरस्त एन.एल गौंसाई,एम.एल मारवाह,अशोक अरोड़ा,वरिष्ठ उपप्रधान राजेश गौसांई,दर्शनलाल मल्होत्रा,श्री तलवार,मुकुल आहूजा,भूषण भसीन,प्रचार सचिव संजीव बजाज, महिला मण्डल की प्रधान मीनाक्षी गोस्वामी,रेखा आहूजा,शोभा दत्ता,प्रीति गौसांई,दीपा दत्ता,अनीता गोस्वामी,दीपा दत्ता,सतीश अरोड़ा,रमा अरोड़ा व सिम्मी आदि सैकडों गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।