विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल के संस्थापक दीपक यादव ने टुडे भास्कर से साझा किए विचार
यशवी गोयल
todaybhaskar.com
faridabad। तिगांव में शिक्षा को बढावा देने के लिए दीपक यादव ने 2009 में विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल के सपनों की नींव भरी और सन 2011 में स्कूल का पहला बैच शुरू हो गया। जिसके बाद से आज स्कूल में हजारों बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर उंची उड़ान भर रहे हैं। 2009 में अंशल यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री प्राप्त करने के बाद से ही उनमें समाज के प्रति शिक्षा को अधिक से अधिक लोगों को देने के लिए यह स्कूल बनवाया। आज उनका शिक्षा संस्थान विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल वह स्वयं एक नाम बन चुके हैं। टुडे भास्कर ने उनसे मिलकर विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्राप्त की।
दीपक यादव ने बताया कि उन्होंने मार्केटिंग में एमबीए अंसल यूनिवर्सिटी गुडगांव से पूरी की और इसके बाद से ही उन्होंने एजुकेशन में ही अपना करियर बनाया। उन्होंने बताया कि स्कूल खोलने का उद्देश्य यह था कि आप चाहे किसी की मदद कैसे करें, लेकिन वह मदद एक दिन छोटी रही जाती है। लेकिन यदि हम किसी को शिक्षा देकर उसकी मदद करें तो वह मदद व्यक्ति अपने जीवन भर तक याद रखता है। दीपक यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारिफ करते हुए कहा कि उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की जो मुहिम चलाई है, उसे विद्यासागर स्कूल बखूबी निभा रहा है। उन्होंने बताया कि विद्यासागर इंटरनेशल स्कूल में लड़कियों के लिए फ्री दाखिला की सुविधा है, जिसके बाद से स्कूल में लड़कियों की संख्या ज्यादा है। आज स्कूल में बेटियां शिक्षित होने के साथ-साथ स्पोर्ट्स व गायन में भी आगे बढ़ रही है। जिस वजह से अभी स्कूल से रितिका यादव और आर्ची यादव नेशनल गेम्स तीरंदाजी में किस्मत आजमाएंगी।
उन्होंने बताया कि विद्यासागर स्कूल तिगांव स्थित पांच एकड़ भूभाग पर चलता है जिसमें हजारों बच्चे अपना भष्यि सांर रहे हैं। साथ ही स्कूल की दूसरी ब्रांच बल्लभगढ सेक्टर-दो में जहां अभी दूसरी कक्षा तक के बच्चों को पढाया जाता है। यादव का कहना है कि लोगों को हमेशा अपने जीवन में सच्चाई को अपनाना चाहिए सच और मेहनत ही एक मात्र ऐसा साधन है जिससे जीवन में शत-प्रतिशत सफलता मिलती है।