-प्रदेश के पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप ने केंद्रीय राज्यमंत्री पर लगाए गंभीर आरोप
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faridabad। प्रदेश के पूर्व मंत्री चौ. महेन्द्र प्रताप सिंह ने गुरुवार को होटल मैगपाई में आयोजित प्रैसवार्ता में कहा कि उनके पुत्रों विवेक व विजय पर जो मामला दर्ज कराया गया है वह पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर दबाव डाल रहे हैं। जबकि मेरे दोनों पुत्रों का इस पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं है। दो दिन पहले ही उनके पुत्रों का जमीन धोखाधड़ी मेंं नाम आने के बाद वह अपना पक्ष रख रहे थे।
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय राज्यमंत्री गुर्जर सत्ता का दुरुपयोग कर कानून का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। शहर में विकास कार्य न करवा पाने और लोगों के बढ़ते आक्रोश की खीझ वो इस तरह से उतार रहे हैं। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि खट्टर जी को इस बारे में पता न हो। उन्हें जानकारी लेकर इस मामले में विचार करना चाहिए क्योंकि वो प्रदेश के मुखिया हैं।
पूर्व मंत्री ने कहा कि पूर्व मंत्री ने कहा कि न तो जमीन हमारी है और न ही हम खरीदार हैं। संदीप व अन्य का कई बार आपस में प्रोपर्टी को लेकर खरीद फरोख्त का इकरारनामा हुआ, कई बार टूटा, यह कोर्ट भी गए और अपने मामले वापिस भी लिए। लेकिन जिनका एमओयू से कोई नाता न हो, सिविल केस में नाम न हो, फिर अचानक उन पर जालसाजी का आरोप क्यों लगाया जा रहा है। इसका क्या कारण हो सकता है। विवेक व विजय ने एक-दो बार इनके फैसले जरूर कराए हैं। फैसले में बेचने वाले ने इनके कहने पर यहां तक भी मान लिया कि संदीप वगैरह पूरी कीमत दे दें तो एमओयू रदद् होने के बावजूद भी जमीन दे देगा या वे 5.5 करोड़ रुपए जो उसके पास आए हैं, वापिस ले लें। लेकिन संदीप व अन्य जमीन पर कब्जा करके खुद बैठे हैं और आरोप दूसरों पर लगा रहे हैं। उन्होंने ये तक कहा कि जितने पैसे आएं हैं, उतने की जमीन ले लें। इसमें विवेक या विजय ने क्या जुर्म किया है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के नेता सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। सत्ता में बैठकर ये लोग विकास का कोई कार्य नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए सत्ता के सहारे अपने निजी व राजनैतिक लाभ उठाने के लिए हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके साथ पूर्व उपमहापौर बसंत विरमानी भी मौजूद थे।