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faridabad| केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के निवास और कार्यालय से मात्र 200 मीटर की दूरी पर स्थित गर्वमेंट मॉडल सीनियर सेंकेट्ररी स्कूल के लगभग 800 छात्रों पर मात्र 5 टीचर हैं। बिना टीचरों के पढ़ाई ना होने से परेशान होकर स्कूल छोडकर सडक़ पर उतर आए। सभी छात्र नजदीक ही मंत्री गुर्जर के कार्यालय जा धमके और हरियाणा सरकार, शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मंत्री की अनुपस्थिति में उनके ओएसडी डॉक्टर कौशल बाठला और मंत्री पुत्र देवेंद्र चौधरी ने बच्चों को आश्वासन देकर शांत किया।
सेक्टर 28 स्थित केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कार्यालय पर बिना टीचरों के पढाई ना होने से गुस्साए स्कूली बच्चे हाथों में कटआउट्स लिए शिक्षा विभाग और हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। पुलिस वाले और टीचर इन अंादोलनकारी छात्रों को रोकने का प्रयास करते हैं लेकिन पढ़ाई ने होने से परेशान छात्र एवं छात्राएं नही रूकती। सभी छात्र मंत्री के कार्यालय का घेराव कर मुख्य गेट पर धरना देकर बैठ जाते हैं। मंत्री गुर्जर की अनुपस्थिति में उनके ओएसडी डॉक्टर कौशाल बाठला और मंत्री पुत्र देवेंद्र चौधरी बच्चों को शांत कर उन्हें आश्वासन देते हैं कि जल्द ही उनकी मांगों को मंत्री जी के माध्यम से सुलझाया जाएगा।
प्रदर्शन करने वाली छात्राओं में शामिल मोनिका,संध्या और आकांक्षा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल 12 कक्षा तक है जिसमें लगभग 800 छात्र हैं जिन्हें मात्र 5 टीचर पढ़ाते हैं। इसके अलावा स्कूल में पीने का पानी नहीं, बैठने के लिए बैंच नही वैसे कहने के लिए मॉडल स्कूल हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का ढींढोरा पीटने वाली सरकार में स्कूलों में बिना टीचर के कैसे लडकियां पढेंगी।
आंदोलनकारी छात्राओं ने कहा कि हरियाणा सरकार प्रतिवर्ष सरकारी स्कूलों के खराब परीक्षा परिणाम का रोना तो रोती है लेकिन स्कूलों में टीचर उपलब्ध नही कराती। जब स्कूलों में अध्यापक ही नहीं होंगे तो स्कूलों के परीक्षा परिणाम कैसे ठीक आ सकते हैं? इसी मांग को लेकर आज फरीदाबाद सैक्टर 28 स्थित गवरमेंट मॉडल सीनियर सेंकेट्ररी स्कूल के सैंकडों विधार्थी स्कूल छोडकर सडक पर आ गये और केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कार्यालय का घेराव करते हुए हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
छात्राओं का आरोप है कि स्कूल का नाम मॉडल है और मॉडल के अनुसार कोई भी सुविधा नही हैं कम्प्यूटर लैब बनी हुई है मगर उसमें एक भी कम्प्यूटर नहीं है जिससे वो आधुनिक ज्ञान ले सके। वहीं छात्राओं को एक डर सता रहा है कि कहीं इस प्रदर्शन के बाद उनका नाम स्कूल से ना काट दिया जाए।
क्या कहती हैं स्कूल प्रिंसीपल- स्कूली बच्चों को समझाने के लिये धरना स्थल पहुंची स्कूल की प्रिसीपल से जब बात करनी चाही तो उन्होंने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी ने उनके स्कूल से अध्यापकों को तबादला कर दिया है जिससे टीचरों की कमी आ रही है उन्होंने उपर लिखकर भेजा हुआ है कि स्कूल में अध्यापक नियुक्त किए जाएं।
क्या कहते हैं मंत्री के ओएसडी डॉक्टर कौशल बाठला– मंत्री के पीए ने बच्चों को आश्वासन देते हुए कहा कि मंत्री अभी लोकसभा के मानसून सत्र में दिल्ली में व्यस्त है जैसे ही वो वापिस आयेंगे तो उन्हें उनकी मांगों से अवगत करवा दिया जायेगा।
क्या कहते हैं मंत्री पुत्र देवेंद्र चौधरी– मंत्री पुत्र देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि कुछ छात्र स्कूल में अध्यापक न होने के चलते उनके पास पहुंचे जिसकी मांग को लेकर उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को भी अवगत करवा दिया है और जल्द से जल्द स्कूल की सभी समस्यायें को दूर किया जाएगा।