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फरीदाबाद। अब फरीदाबाद पुलिस के तीन ताऊ कालेज और स्कूलों में लड़कियों की छेडखानी से रक्षा करेंगें और ट्रैफिक रूल तोडने वालों को सबक भी सिखायेगें। फरीदाबाद पुलिस ने पहली बार ताऊ नाम से तीन पुलिस कर्मियों को पेश करने के साथ दो वट्सअप नम्बर भी जारी किए है। जिनमें से एक छेडखानी की शिकायत के लिए दूसरा ट्रैफिक संबंधित समस्या की शिकायत के लिए होगा। पुलिस का मानना है कि हिन्दू संस्कृति में ताऊ एक जाना पहचाना और असरदार नाम है। इसलिए ताऊ की भूमिका में इन पुलिस कर्मियों की सभी मानेगें भी और इज्जत भी करेगें।
लाल पगड़ी व नीली जाकेट में लम्बी-लम्बी मूंछो वाले ये तीनों ताऊ पुलिस के ही जवान है। लेकिन इनकी वेशभूषा ताऊ जैसी बनाई गई है, ताकि जब ये शहर में स्कूल, कालेजों और शिक्षण संस्थानों में जाएं तो इनकी पहचान आसानी से हो जायें और ये न मानने वाले मनचलों युवकों को सबक सिखा सकें। इसके अलावा ट्रैफिक रूल तोडने वाले वाहन चालकों को भी ये ताऊ पहले प्यार की भाषा में समझायेगें और न मानने पर उनके चालान व गाड़ी भी जब्त करायेगें। लाल पगड़ी और नीली जाकेट इन्हे इसलिए पहनाई गई है, क्योंकि लाल और नीला पुलिस का ही निशान है। महिलाओं के साथ छेडखानी करने वालों की शिकायत के लिए अलग से वट्सअप नम्बर -9953261091 और ट्रैफिक समस्या की शिकायत के लिए नम्बर- 9953471086 भी जारी किए गए है।
पुलिस के ये तीनों ताऊ अपनी भाषा में बता रहे है कि किस तरह अब लड़कियों के साथ छेडखानी करने वालों को जेल जाना होगा और शराब पीकर गाड़ी चलाना व हैलमेट और सीट बेल्ट न लगाना किस तरह घातक हो सकता है। पुलिस आयुक्त प्रणाली के तीनों जोनो में अभी एक एक ताऊ इस व्यवस्था को देखेगा और यह फार्मूला कामयाब रहा तो ताऊओं की संख्या और भी बढ़ाई जा सकती है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त भारती अरोडा की माने तो महिला अपराधों और बाल योन शोषण को लेकर पुलिस द्वारा चलाये जा रहे जागरूक्ता अभियान के तहत स्कूल-कालेजों मे लड़कियों के साथ छेडखानी की काफी शिकायते आई है। इन्ही शिकायतों पर लगाम लगाने और छेडखानी करने वालों को सबक सिखाने के लिए पुलिस ताऊ पेश किए गए है। ताऊ वैसे भी हमारे समाज में इज्जतदार और असरदार नाम है। अगर जरूरत पड़ी तो ताऊओं की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। तीनों ताऊ पुलिस के ही जवान है।
फरीदाबाद पुलिस द्वारा महिलाओं की रक्षा और ट्रेफिक नियमों की पालना कराने के लिए शुरू किया नया फार्मूला कितना असरदार साबित होता यह तो आने वाला समय ही बतायेगा, लेकिन इससे कुछ हद तक अंकुश अवश्य लगेगा।