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‘पीके’ की रिलीज का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है कि ये फिल्म बेहद ही मनोरंजक है. क्रांतिकारी और निडर संवादों से राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित ‘पीके’ ईश्वर के नाम पर चल रहे धर्मिक धंधों पर सवालिया निशान लगाती है. फिल्म ‘3 इडियट्स’ की तिकड़ी आमिर खान, राजकुमार हिरानी और विधु विनोद चोपड़ा ने एक बार फिर से दर्शकों को खुश कर दिया है. अगर आप इस फिल्म को देखने के लिए सिनेमा हॉल का रुख नहीं करते हैं तो आप एक बहुत ही बेहतरीन फिल्म को मिस कर देंगे.
कहानी
इस फिल्म की कहानी आमिर खान के किरदार ‘पीके’ के इर्द गिर्द घूमती है. ‘पीके’ एक अंजान आदमी है जो शहर में भटकता फिर रहा है. वह लोगों को पकड़-पकड़कर ऐसे सवाल पूछता है जो पहले किसी ने उनसे नहीं पूछे थे. ‘पीके’ एक एलियन है और जब उसका यान धरती पर उतरता है तो बाहर आकर वह खुद को एक नई दुनिया में देखकर हैरान रह जाता है. इसी दौरान ‘पीके’ का लॉकेट (जिससे वह अपने ग्रह के संपर्क में रह सकता था) कोई चुरा लेता है. ‘पीके’ अपने लॉकेट को ढूंढता है लेकिन वह उसे नहीं मिलता. वह अपने लॉकेट को ढूंढते हुए एक शहर में दाखिल होता है और यहां उसकी मुलाकात एक टीवी रिपोर्टर जगत जननी (अनुष्का शर्मा) से होती है.
अपने लॉकेट की तलाश करते हुए वह यहां भोजपुरी भी सीख जाता है. यहां वह व्यवसाय में तब्दील हो चुके धर्म के बंधक बने भगवान को मुक्त कराने की बात करता है जो लोगों को बहुत ही अटपटी लगती है. यह फिल्म मासूम ‘पीके’ के तार्किक सवालों के साथ मनोरंजक ढंग से आगे बढ़ती है जिसमें उसके साथ कुछ लोग जुड़ते चले जाते हैं. पीके की बातों का धीरे-धीरे लोगों पर असर पड़ने लगता है. पीके का कहना है कि धार्मिक आस्था पर सवाल नहीं उठाए जाते क्योंकि यह विश्वास का मामला है. इस फिल्म के आगे की कहानी जानने के लिए आपको सिनेमा हॉल का रुख करना पड़ेगा.
निर्देशन
राज कुमार हिरानी अपनी निर्देशित फिल्मों से कई बार दर्शकों को इंप्रेस कर चुके हैं और एक बार फिर से वह अपने चहेते सितारे आमिर खान के साथ लौटे और इस बार भी उन्होंने दर्शकों को हंसाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. हिरानी का निर्देशन बॉलीवुड की मसाला फिल्मों से काफी अलग है. उन्होंने जितनी खूबसूरत पटकथा अपने साथी अजिताभ जोशी के साथ मिलकर लिखी है उतना ही शानदार निर्देशन भी किया है. फिल्म के किरदार से लेकर फिल्म के हर एक सीन में हिरानी ने परफेक्शन डालने की कोशिश की है.
अभिनय
आमिर खान जो अपनी हर फिल्म में परफेक्शन पर सबसे ज्यादा ध्यान देते हैं और इस फिल्म में भी उनका परफेक्शन आपको देखने को मिलेगा. वहीं अनुष्का शर्मा की बात करें तो उन्होंने काफी अच्छा अभिनय किया है और इस फिल्म में उन्होंने अपना बेस्ट परफॉर्मेंस दिया है. अनुष्का शर्मा फिल्म में अच्छी लगती हैं और उनका किरदार जगत जननी ताजगी का अहसास करवाता है. बाकी कलाकारों ने भी अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है. संजय दत्त, बोमन ईरानी, सौरभ शुक्ला और सुशांत सिंह राजपूत मे बहुत ही सराहनीय अभिनय किया है.
संगीत
इस फिल्म का संगीत जरूर दर्शकों को थोड़ा निराश कर रहा है क्योंकि इस फिल्म में गाने तो ऐसे लगते हैं कि जैसे जबर्दस्ती डाले गए हैं. इतना ही नहीं इस फिल्म के गानों को चार्टबस्टर्स में भी शामिल नहीं किया गया है.