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झज्जर: जाट आरक्षण को लेकर हरियाणा में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। हिंसा में अब तक दस लोगों की मौत और 150 के ज़ख्मी होने की ख़बर है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ जाट नेताओं की बैठक चल रही है।
हरियाणा में जाट आंदोलन की वजह से रेल और सड़क यातायात को पूरी तरह से ठप्प कर दिया है। 736 ट्रेनें रद्द हो चुकी हैं और 105 ट्रेनों के रास्ते बदल दिए गए हैं। मुंबई से चलने वाली राजधानी और संपर्क क्रांति एक्स भी रद्द कर दी गई है।
राज्य के चार ज़िलों में कर्फ़्यू लगा हुआ है जबकि गुड़गांव समेत 9 ज़िलों में धारा 144 लगा हुआ है। सबसे बुरे हालात झज्जर, रोहतक और कैथल में हैं जहां उपद्रवियों द्वारा कई दुकानों, शोरूम, मल्टीप्लेक्स में आग और लूटपाट की खबर आ रही है। यहीं नहीं आंदोलनकारियों ने कई जगहों पर सड़क पर जाम लगा दिया है जिससे स्थिति बहुत खराब हो गई है।
जाट आंदोलन की आग मथुरा तक पहुंच गई है और आंदोलनकारियों ने यमुना एक्सप्रेस वे को भी जाम कर दिया है। मथुरा स्थित भाजपा कार्यालय पर भी तोड़फोड़ और हंगामा हुआ है।
राजधानी दिल्ली में इस मसले पर क्राइसिस मैनेजमेंट समुह की बैठक हुई जिसमें गृह सचिव, रक्षा सचिव भी मौजूद थे। यह बैठक मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई थी।
वहीं दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा कि शहर में पानी लगभग खत्म हो गया। सोमवार को स्कूल बंद रहेंगे। दरअसल, जाटों ने मुनक नहर को बंद कर दिया है, जिसके चलते पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई है। वहीं केंद्र ने हरियाणा सरकार से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि आंदोलन के चलते दिल्ली में पानी की सप्लाई बाधित न हो। दिल्ली बॉर्डर पर नांगलोई मेट्रो स्टेशन के बाहर प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली-बहादुरगढ़ रोड़ जाम कर दी है।
इस बीच हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि राज्य सरकार जल्द जाट आरक्षण पर फ़ैसला ले ताकि आंदोलन को ख़त्म किया जा सके। साथ ही उन्होंने आंदोलनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस प्रदर्शन की वजह से हरियाणा में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए अतिरिक्त फ्लाइट का इंतज़ाम किया है।
हरियाणा में सेना की तैनाती में सड़क जाम की वजह से दिक्कतें आ रही हैं लेकिन जहां भी इस तरह के हालात हैं वहां हेलीकॉप्टर की मदद से सेना को तैनात किया जा रहा है। साथ ही फंसे गए लोगों को भी हेलीकॉप्टर की मदद से बाहर निकाला जा रहा है। बताया जा रहा है कि करीब 150 सेना के जवानों को 15 हज़ार लोगों की भीड़ का सामना करना पड़ रहा था।
रोहतक और सोनीपात में हालात पर काबू पाने के लिए IRB और एचएपी की 15 कंपनियां,अर्धसैनिक बलों की 3 कंपनियां और सेना की दो टुकड़ियां पहले ही तैनात की जी चुकी हैं। हरियाणा सरकार के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि 154 FIR दर्ज की गई हैं और उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।
खट्टर सरकार बार-बार शांति की अपील कर रही है और जाटों की उन मांगो को मानने की बात कर रही है जो संविधान के दायरे में है। लेकिन कई जाट नेताओं ने आंदोलन को खत्म करने से इनकार करते हुए कहा है कि जब तक सरकार अध्यादेश नहीं लाएगी तब तक आंदोलन चलता रहेगा।